आरएसएस ने मनायी शरद पूर्णिमा

बरबीघा : बरबीघा सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में शरद पूर्णिमा के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा पर्व के रूप में मनायी गयी. इस अवसर पर क्षेत्र के स्वयंसेवक भदन सक्सेना ने कई खेलों का संचालन किया. जिसमें नमस्ते जी राम रावण राहु खेल कबड्डी अंतराक्षी प्रार्थना, राष्ट्रीय गीत आदि शामिल है. इन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2015 4:47 AM

बरबीघा : बरबीघा सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में शरद पूर्णिमा के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा पर्व के रूप में मनायी गयी. इस अवसर पर क्षेत्र के स्वयंसेवक भदन सक्सेना ने कई खेलों का संचालन किया. जिसमें नमस्ते जी राम रावण राहु खेल कबड्डी अंतराक्षी प्रार्थना, राष्ट्रीय गीत आदि शामिल है.

इन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक सांस्कृतिक संस्था है जो चुवाओं को जोड़कर उनमें शक्ति का संचार करता है. सांस्कृतिक संस्था होने के कारण ये राष्ट्रवादी विचार धारा से प्रभावित होते हैं. डाॅ हेडगावार, गुरू गोलवर्कर, जैसे महान पुरूषों ने देश में सुख समृद्धि एकता अखंड के लिए देश की बड़ी बेदी पर अपने को निछावर कर दिया. आज शरद पूर्णिमा के दिन चांद की शीतलता केा उपने हृदय से लगाकर देश की सीमाओं की रक्षा करने का संकल्प लेने का दिन है.

इस मौके पर शिव भगवान गुप्ता ने कहा कि संघ शक्ति कल्युग संघ में शक्ति है. इस शक्ति को संग्रह कर देश सेवा में लगाने का स्वामी विवेकानंद ने आहवान किया था. इस संघ में दयानंद शर्राफ, पूर्व वार्ड आयुक्त अरूण कुमार, मुन्ना कुमार धमेन्द्र, वरिष्ठ पत्रकार डाॅ दामोदर वर्मा मीडिया प्रभारी संजय कुमार अनिल कुमार, पंकज कुमार आदि लोग मौजूद थे.

शेखपुरा. शरद पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा जिले के आठ संघ स्थानों पर शरद चांदनी उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर जिला कार्यवाह राधेश्याम वर्णवाल ने बौद्धिक संबोधन में कहा कि शरद पूर्णिमा को चंद्रमा की सात्विक तरंगे पृथ्वी पर आती है. गाय का दूध पृथ्वी का अमृत माना जाता है. इसलिए ही शरद पूर्णिया को दूध खाजा या दूध खीर खाने का महत्व माना गया है. इस अवसर पर श्री वर्णवाल ने स्वयं सेवकों को काष्मीर विलय व वहां की वर्त्तमान समस्याओं पर चर्चा किया. मौके पर जिला प्रचार प्रमुख अभय कुमार जिला शारीरिक प्रमुख अनिल कुमार, नगर कार्यवाह राजीव कुमार, विस्तारक पवन कुमार, गोपाल, बबलू समेत सैकड़ों स्वयं सेवकों ने भाग लिया.

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