बुझ गया रेवी के घर का आखिरी चिराग

शेखपुरा़ : करीब चार साल पहले जब एकलौते पुत्र सौरभ और विवाहिता रेवी देवी को छोड़ कर श्री निवास सिंह ने फांसी लगा कर अपनी जान दे दी थी. तब मां बेटे के इस जिंदगी पर मुसीबतों का पहाड़ जमा था. परंतु पिता की मौत के बाद सौरभ ने अपनी कावलियत का परिचय देकर जेएनबी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 3:58 AM

शेखपुरा़ : करीब चार साल पहले जब एकलौते पुत्र सौरभ और विवाहिता रेवी देवी को छोड़ कर श्री निवास सिंह ने फांसी लगा कर अपनी जान दे दी थी. तब मां बेटे के इस जिंदगी पर मुसीबतों का पहाड़ जमा था.

परंतु पिता की मौत के बाद सौरभ ने अपनी कावलियत का परिचय देकर जेएनबी प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा में अपना स्थान बनाकर जिंदगी की नयी शुरूआत की थी. तब शायद बेटे की इस कामयाबी ने एक मां के अंधेरी जिंदगी में जीवन की नयी आस भर दी. मगर शायद कुदरत को यह भी मंंजूर नहीं था. न जाने किसी दुश्मन की नजर इस अाशान्वित परिवार को लगी.

जिसमें विधवा रेवी की जिंदगी के एकलौते चिराग को भी बूझा दिया. जेएनबी शेखपुरा में अष्टमी कक्षा के सौरभ की हत्या की खबर से लोग शोक में हैं. लोगों ने हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके इसके लिए पुलिस विभाग के आलाधिकारियों से गुहार लगायी.

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