बेन : विभाग व प्रशासन की अनदेखी के कारण बेन प्रखंड में खेती व्यवस्था तबाह हो रही है. प्रखंड के अधिकांश सरकारी नलकूप खराब है. किसान खेतों के पटवन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बार-बार अधिकारियों से गुहार लगाते हैं.
बावजूद खरीफ के बाद रबी फसल की बुआई करने का समय निकता जा रहा है. फिर भी नलकूप बंद है. सरकारी बाबूओं की उपेक्षा पूर्ण रवैये के कारण प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में लाखों-लाख रुपये खर्च किये जाने के बावजूद पांच वर्ष पूर्ण गाड़े गये नलकूप भी अब तक चालू नहीं हो पाया है. प्रखंड मुख्यालय से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर बेन गांव के दक्षिण दिशा में पांच वर्ष पहले नलकूप गाड़ा गया था.
इस बंद नलकूप को चालू किये जाने के लिए जिला प्रशासन का फरमान भी किसानों को काम नहीं आ रहा है. जिसके कारण सैकड़ों बीघे में लगे धान की फसल पानी के अभाव में दम तोड़ दिया है.
प्रभावित किसानों का शिकायत है कि यदि यह नलकूप चालू होता तो उनकी फसल मारी नहीं जाती. दूसरी ओर अब पटवन के अभाव में रबी के सैकड़ों बीघा खेती में बुआई नहीं हो सका. फिर भी सरकारी बाबूओं का खेती व्यवस्था के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया बनी हुई है. किसानों में इससे काफी आक्रोश पनप रहा है.
प्रभावित किसानों का कहना है कि किसानों के नाम पर सरकारी सजाने को खाली करने वाले अधिकारियों के जेब तो गरम हो गये है. किंतु किसानों को फूटी कौड़ी का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है. सरकारी बाबूओं की अनदेखी के कारण किसान आंदोलन करने का मन बना रहे है. यदि जल्द खराब नलकूप को मरम्मत नहीं कराया गया तो किसान सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जायेंगे.