जिले में 17 दिनों के अंतराल में 07 हत्याएं जिसमें पांच हत्याओं के लिए दोस्त और रिश्तेदारों को जिम्मेवार ठहराये जाने के मामले ने एक नई तरह के बातों को सामने लाया है.
इन हत्याओं को लेकर जहां गैंगवार की घटना न होने की बात कह कर पुलिस इसे नही रोके जाने वाली घटना करार दिया है. वहीं दूसरी ओर आम लोग इन हत्याओं की घटनाओं में दोस्तों और रिष्तेदारो की संलिप्ता से असमंजस की स्थिति में आ गये है. लोग एक ही सवाल पूछ रहे कि आखिर समाज किस दिशा की ओर बढ़ रहा है.