शेखपुरा : जिला स्थापना के दो दशक बाद भी नियोजन कार्यालय नहीं खुलने के कारण जिले के हजारों छात्र-छात्राओं को नियोजनालय का निबंधन प्राप्त करने के लिए नवादा और मुंगेर का चक्कर लगाना पड़ रहा है. जिले की यह स्थिति तब है जब आठ माह पूर्व ही राज्य सरकार ने नियोजन कार्यालय स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है.
दफ्तर की तलाश में पिछले आठ माह से जिले का चक्कर काट रहे मगध प्रमंडल के सहायक निदेशक नियोजनालय, शशिभूषण प्रसाद को शेखपुरा में एक दफ्तर की तलाश पूरी नहीं हो सकी. सहायक निदेशक ने बताया कि राज्य सरकार ने नियोजनालय के दफ्तर की तलाश पूरी नहीं हो सकी.
सहायक निदेशक ने बताया कि राज्य सरकार ने नियोजनालय के दफ्तर के लिए एकमुश्त 10 जिलों की स्वीकृति प्रदान की थी, जिसमें पड़ोसी जिला लखीसराय को दफ्तर के लिए जिलाधिकारी ने भवन की व्यवस्था तो कर दी है, परंतु इस मामले में जमुई और शेखपुरा जिले में आज तक दफ्तर की व्यवस्था नहीं की जा सकी है.