बरबीघा (शेखपुरा) : विगत एक माह से नगर थाने के तमाम पुलिस कर्मी और पदाधिकारी प्रदूषित जल पीने को बाध्य है. मंगलवार को थाने में प्रतिनियुक्त दर्जनों पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों ने बताया कि ठीक-ठाक हालत में काम कर रहा एकमात्र चापाकल गरमी के कारण अचानक लाल रंग का पानी देने लगा. बेस्वाद मिलने वाली पानी को पीना तो दूर कपड़े साफ करने और नहाने के काम में लाना भी बेकार हो गया है.
थानाध्यक्ष मैथिलीशरण ने बताया कि जिस बरतन में इस चापाकल का पानी रखते हैं, वह बरतन भी बदबूदार और लाल हो जाता है. एसआइ सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि अपने खर्चे से मिस्त्री बुला कर मरम्मती का भी प्रयास किया जा चुका है, पर सब निर्थक गया. एएसआइ रामभजन सिंह, वीर बदन सिंह आदि लोगों ने बताया कि आसपास के दर्जनों दुकानदारों एवं ठेला वेंडरों को इस गरमी में राहत के लिए भी इसी चापाकल से पेयजल मिलता था.
इंस्पेक्टर अरुण शुक्ला ने बताया कि थाना परिसर स्थित आवंटित आवासों में अपने परिवार के साथ रह रहे लोगों को विशेष तकलीफ का सामना करना पड़ता है. क्योंकि घरेलू जरूरतों के लिए उन्हें पड़ोस में 150-200 मीटर की दूरी से पानी ढोला पड़ता है.
जिला पुलिस के जवानों ने बताया कि उन्हें पीने और नहाने के लिए वाटर सप्लाइ का इंतजार करना पड़ता है. पर, बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण कभी-कभी दो-तीन दिन बिना स्नान के रहना पड़ता है. नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी सुधांशु शेखर ने बताया कि उन्हें इस बात की कोई लिखित सूचना नहीं है, मिलने पर गड़बड़ी दूर कर दी जायेगी.