पर्व पर स्वयंसेवी संस्था भी सक्रिय

शेखपुरा : लोक आस्था के महान पर्व छठ को लेकर जिला में छठ घाट तैयार हो गये हैं. जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्था और कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों ने भी छठ घाट की तैयारी में योगदान दिया. छठ घाट पर इस साल सबसे बड़ी समस्या पानी की उपलब्धता की थी तथा दूसरे गंदगी का अंबार. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2015 6:39 AM

शेखपुरा : लोक आस्था के महान पर्व छठ को लेकर जिला में छठ घाट तैयार हो गये हैं. जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्था और कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों ने भी छठ घाट की तैयारी में योगदान दिया. छठ घाट पर इस साल सबसे बड़ी समस्या पानी की उपलब्धता की थी तथा दूसरे गंदगी का अंबार.

परंतु नगर परिषद के प्रयासों के बाद भी इन समस्याओं को दूर करने का भरपूर प्रयास किया गया. छठ घाट के आसपास साफ-सफाई और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था के बाद अब छठ घाट जाने वाले मार्गों के साफ-सफाई व रोशनी की व्यवस्था का काम चल रहा है. नगर क्षेत्र के रतोइया स्थित छठ घाट पर सबसे ज्यादा व्रतियों का जमावड़ा होता है. इस बात को ध्यान में रख कर यहां की व्यवस्था पर कुछ ज्यादा ही ध्यान दिया जा रहा है.

शेखपुरा-बरबीघा मुख्य पथ पर नगर क्षेत्र से कुछ ही दूरी पर स्थित रतोइया नदी पर बने पुल के दोनों ओर छठ के बने सीढ़ीनुमा घर को रंग-रोगन कर चकाचक किया जा रहा है. छठ घाट पहुंचने के लिए मार्ग में कई तोरणद्वार भी बनाये गये हैं. इसके अलावा प्रशासन द्वारा छठ घाट पर सुविधा केंद्र बनाने के लिए शामियाना भी लगाया गया है. कुछ उत्साही स्वयंसेवी संस्था भी छठव्रतियों की सुविधा के लिए टेंट लगाना शुरू किया है.

इसके अलावा नगर क्षेत्र के प्रसिद्ध अरघौती पोखर, हसनगंज आदि तालाब में भी छठव्रतियों की सुविधा का हर ख्याल रखा जा रहा है. जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर जिला के 43 छठ घाटों को चिह्नित कर दंडाधिकारी के नेतृत्व में सुरक्षा बल का इंतजाम कर रखा है. दमकल तथा एंबुलेंस सेवा के अलावे अन्य आवश्यक तैयारी भी कर रखी है. जिला मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष बनाते हुए इस बार काफी एहतियात बरता जा रहा है. छठ घाटों पर पटाखा छोड़ने पर रोक लगा दी गयी है.

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