शेखपुरा : शहर के खांडपर स्थित दालकुआं का भले ही ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व एक खास मायने रखता हो परंतु जिला प्रशासन की अनदेखी दालकुआं जैसे महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक जलश्रोत के अस्तित्व को मिटाने लगा है. दरअसल दालकुआं के बगल में एक पोखर है. जिसके पानी का निकास पष्यिमी दिशा में एक आहर की ओर थी. उक्त पोखर में सदर अस्पताल और आबादी के पानी के नाले का पानी तो बहा दिया गया. परंतु तालाब से सटे दालकुआं का पानी पूरी तरह दूषित हो चूका है.
पिछले कई सालों से इस ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा और संरक्षा की दिशा में उठ रही मांग एकबार फिर समाज सेवी प्रेम नाथ मेहता उर्फ गुड्डू जी ने जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह से मांग करते हुए कहा कि उक्त पोखर के निकास की व्यवस्था नहीं होने के कारण कुएं के पानी में कीड़े होने लगे है. लोग इस कुएं का पानी पीने से भी परहेज करने लगे है. पोखर की अविलम्ब उड़ाही होनी चाहिए.