आस्थावानों ने सूर्यदेव को किया नमन
शेखपुरा : लोक आस्था के महान पर्व में ग्रामीण भी पीछे नहीं रहना चाहते थे. हरोहर नदी के किनारे बसे गांव के लोगों ने नदी में अर्घ्यदान किया. अर्घ्य प्रदान करने के पूर्व हरोहर नदी के दोनों घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था. हरोहर नदी को सजाने का काम घाटकोसुम्भा तथा पानापुर में […]
शेखपुरा : लोक आस्था के महान पर्व में ग्रामीण भी पीछे नहीं रहना चाहते थे. हरोहर नदी के किनारे बसे गांव के लोगों ने नदी में अर्घ्यदान किया. अर्घ्य प्रदान करने के पूर्व हरोहर नदी के दोनों घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था. हरोहर नदी को सजाने का काम घाटकोसुम्भा तथा पानापुर में किया गया था.
स्कूली बच्चे सबसे पहले नदी छठ घाट जाने वाले मार्गों की जम कर सफाई की तथा गांव के उत्साही युवक बांस के खंभे गाड़ कर रंग-बिरंगे बिजली के प्रकाश से नदी को आलोकित कर दिया. नदी की इस सजावट से पूरे गांव के लोग उत्साहित थे. घाटकोसुम्भा के मनोज राय तथा पानापुर के शंकर प्रसाद ने बताया कि स्वच्छता के प्रति बालकों तथा युवकों का उत्साह देखने लायक था.
भक्तिभाव में डूबे सभी ग्रामीण छठ के अवसर पर साफ-सफाई और पवित्रता का कुछ ज्यादा ही ध्यान दे रहे थे. उसी प्रकार टाटी नदी पर कई जगह श्रद्धालुओं ने छठ घाट का निर्माण कर सूर्योपासना के इस महान पर्व में अर्घ्य प्रदान किया. टाटाी नदी को कारे, पूरनकामा, हथियावां आदि गांवों के सामने सजाया गया था. पर्याप्त रोशनी के अलावा घाट को विभिन्न रंग के पताका से भी सजाया गया था. हथियावां गांव में निर्माणाधीन सूर्य मंदिर भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहा था.
छठ पर्व के समापन पर लोग सूर्य मंदिर के निर्माण के लिए स्वेच्छा से अर्थ दान कर रहे थे. इस साल वर्षा के अभाव के कारण छठव्रतियों के लिए कई जगहों पर ग्रामीणों को कड़ी मेहनत कर पानी का इंतजाम करना पड़ा. नदी-तालाब तथा सरोवरों में कम जल रहने के कारण कई छठव्रतियों ने कुआं तथा अपने घर के छत पर भी भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया. छठ के सफलता पूर्वक समापन होने के बाद लोग काफी उत्साहित है. छठ के अवसर पर लोगों ने अपने परिवार, गांव, समाज के साथ-साथ राज्य और राष्ट्र के कल्याण की मन्नत मांगी है.