मनरेगा में 15 लाख की फर्जी निकासी

शेखपुरा : करीब छह साल पहले चेवाड़ा के मनरेगा योजना में लगभग दो करोड़ की अनियमितता को लोग अभी भूल भी नहीं सके थे कि लोहान पंचायत में एक बार फिर फर्जी निकासी का मामला सामने आया है. पंचायत का यह मामला 15 लाख रुपये की निकासी से जुड़ा है. पंचायत के छह मिट्टी कार्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2015 6:28 AM

शेखपुरा : करीब छह साल पहले चेवाड़ा के मनरेगा योजना में लगभग दो करोड़ की अनियमितता को लोग अभी भूल भी नहीं सके थे कि लोहान पंचायत में एक बार फिर फर्जी निकासी का मामला सामने आया है. पंचायत का यह मामला 15 लाख रुपये की निकासी से जुड़ा है.

पंचायत के छह मिट्टी कार्य के योजनाओं में निकासी को लेकर जब अनियमितता का मामला सामने आया तब पहले मुखिया ने संचिका पर अपना हस्ताक्षर होने से ही इनकार कर दिया बाद में स्वीकार भी लिये. पंचायत में मनरेगा की अलग भराई के लिए 06 योजनाओं में 15 लाख की निकासी के लिए सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन्हीं योजनाओं में एक योजना ऐसी है जिसमें मापी पुस्तिका अंकित किये बगैर ही राशि निकासी कर बंदरबांट कर लिया.

जानकारों की माने तो मनरेगा की योजना में बिना मापी पुस्तिका संधारन के किसी प्रकार की निकासी अनियमितता मानी जाती है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि बिना मापी पुस्तिका संधारन के ढाई लाख की निकासी आखिर कैसे कर लिया गया. इस बाबत जब प्रोग्राम ऑफिसर के प्रभार में रहने वाले चेवाड़ा बीडीओ मनोज कुमार से बात की गयी तब उन्होंने इस संबंध में मुखिया से ही जानकारी लेने की बात कही.

जबकि मुखिया बाल्मीकि यादव ने बताया कि करीब ढाई लाख की एक योजना में निकासी से जूड़े संचिका में हस्ताक्षर को लेकर संदेह लग रहा था. बाद में इसकी गहन समीक्षा के बाद संचिका का हस्ताक्षर सही पाया गया. मनरेगा में उन्होंने किसी भी गड़बड़ी से इन्कार कर दिया.

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