चार नौकाओं की होगी खरीद
शेखपुरा : वर्ष 2015 की विदाई और नये वर्ष 2016 के आगमन को जष्न का स्वरूप देने की तैयारी अभी से ही शुरू हो गया है. जिला मुख्यालय का प्रमुख केंद्र बिंदु श्यामा सरोवर पार्क में नई जान फूंकने की एक बार फिर कवायत तेज हो गयी है. पार्क में शैलानियों के लिये नौका विहार,फब्बारे […]
शेखपुरा : वर्ष 2015 की विदाई और नये वर्ष 2016 के आगमन को जष्न का स्वरूप देने की तैयारी अभी से ही शुरू हो गया है. जिला मुख्यालय का प्रमुख केंद्र बिंदु श्यामा सरोवर पार्क में नई जान फूंकने की एक बार फिर कवायत तेज हो गयी है. पार्क में शैलानियों के लिये नौका विहार,फब्बारे और झूला की व्यवस्था किया जा रहा है.
पार्क में पिछले एक वर्ष से नौका विहार व कई माह से फव्वारे खराब होने के कारण लोगों में काफी निराशा थी. पिछले दिनों श्यामा सरोवर पार्क की बदहाल अवस्था को लेकर लोगों ने नाराजगी भी जाहिर की थी. लेकिन नये वर्ष के आगमन को लेकर एक बार फिर पार्क में नयी जान फूंकने की तैयारी जोरों पर है.
नौका विहार की व्यवस्था जिले का प्रमुख पर्यटन स्थली श्यामा सरोवर पार्क में नौका विहार की व्यवस्था जल्द बहाल होगी़ इसके लिये नगर परिषद के आंतरिक संसाधन से आठ लाख की लागत से चार नौकों की खरीद की जा रही है. इसके पूर्व नावों के आकर्षण जलश्रोत में दो वोट से शैलानी नौका विहार का आनंद लेते थे. अब चार वोटों की खरीद के बाद लोगो को ज्यादा आनंद मिल सकेगा.
लगेंगे झूले और तारा माची
नये साल के दीवानों को श्यामा सरोवर पार्क में झूला,तारा मांची और बच्चों के लिये मनोरंजन के कई साधन जुटाये जायेंगे. स्थानीय पार्षद मो शहबाज खान ने बताया कि नव वर्ष में शैलानियों को अाकर्षित करने से लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रोशनी व सीसीटीवी की की व्यवस्था की जा रही है. सरोवर परिसर को नये वर्ष में विशेष सजावट से सजाने के लिये कवायत की जा रही है
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फव्वारे का लुफ्त: श्यामा सरोवर पार्क में आकर्षण का मुख्य केंद्र बिंदु फब्बारे की खराब स्थिति को लेकर जिले की प्रतिष्ठित निर्माण कम्पनी एसकेटीपीएल ने पहल की. निजी कोष से खराब पड़े फब्बारे को चालू कराया गया . कम्पनी के डायरेक्टर संजय गोप ने बताया कि स्थानीय पार्षद के विशेष मांग पर कम्पनी ने जनहित में दिलचस्पी दिखकर फब्बारे को चालू कराया है.
जिले के पर्यटन को लेकर प्रमुख धरोहर कहे जाने वाले श्यामा सरोवर पार्क की बदहाल अवस्था में सुधार हो सके. वहां हरियाली और रंग–बिरंगे फूलों से क्यारिया गूलजार हो सके इसके लिये तत्कालीन जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने पहल कदम की थी.
इस पहल कदमी के बाद शिक्षा विभाग ने पार्क को गोद लेने का एलान किया था . तत्कालीन डी.एम और जिला शिक्षा अधिकारी की मौजूदगी में पौधा लगाने में स्कूली बच्चों ने योजना के तहत दिलचस्पी भी दिखायी थी.
इस दौरान श्यामा सरोवर के क्यारियों का मिट्टी भी बदल दिया गया. परन्तु पार्क को गोद लेने की सूर्खियों बटोरने वाला शिक्षा विभाग एक महीने में ही अपने दायित्व को भूल गये. शिक्षा विभाग के द्वारा गोद लिये जाने के बावजूद आज सरोवर की क्यारियों में बिरानगी नजर आती है.