स्कूलों में बंद है एमडीएम

शेखपुरा : राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिये तीन दिन पहले शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने भेले ही सख्त रूख अपनाने की बात कही हो. परंतु जिले के दो विद्यालयों में वरीय शिक्षकों की मनमानी के आगे अधिकारी भी घुटने टेकने को विवश हैं. जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के द्वारा जारी खानापूर्ति का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 6:56 AM

शेखपुरा : राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिये तीन दिन पहले शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने भेले ही सख्त रूख अपनाने की बात कही हो. परंतु जिले के दो विद्यालयों में वरीय शिक्षकों की मनमानी के आगे अधिकारी भी घुटने टेकने को विवश हैं. जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के द्वारा जारी खानापूर्ति का खेल का खामियाजा सैकड़ों बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ के रूप में भुगतना पड़ रहा है.

दरअसल सदर ब्लॉक का उत्क्रमित मध्य विद्यालय खोरमपुर और सादिकपुर में एचएम का प्रभार नहीं होने के कारण पिछले चार माह से एमडीएम बंद है. इसके साथ ही विद्यालयों में शैक्षणिक स्थिति भी चरमरा गयी़ लंबे समय से चल रहे इस विवाद में विद्यालय के वरीय शिक्षकों को प्रभार लेना था. परंतु विभाग के लाख दबाव के वाबजूद दोनों विद्यालयों के वरीय शिक्षकों ने प्रभार को नहीं लिया. लेकिन जब मामला मीडिया में आया तो अधिकारियों ने उक्त दोनों वरीय शिक्षकों के आगे अपने घुटने टेक दिये. हद तो तब हुई कि खोरमपुर विद्यालय की जिम्मेवारी एक ऐसे शिक्षक को सौप दी गयी जो प्रखंड शिक्षा कार्यालय में ही प्रतिनियुक्त है.

इस दुर्भाग्य पूर्ण स्थिति में जब सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में लटका है तब विभाग के नियमों की परवाह करना तो दूर सैकड़ो मासूम बच्चों के भविष्य की परवाह करने की अधिकारी जरूरत नहीं समझतें. सबसे बडी़ विडम्बना यह है कि दोनों विद्यालय मेेंं अधिकारी न तो एमडीएम चालू कराकर विद्यालय की शैक्षक्षिण अवस्था को सुधार पाये और न ही इन मासूम बच्चों के असली गुनाहगार शिक्षकों पर कार्यवाई कर सके.

इस वाबत प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकरी मो0 खालिद अंसारी ने बताया कि दोनेा विद्यालयों में प्रभार नहीं लेने वाले वरीय शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाने एवं दो माह तक विद्यालय में शैक्षणिक और विभागीय कार्य प्रभावित रखने के मामले में दोनों माह का वेतन काटने की कार्यवाई के साथ विभागीय कार्यवाही के लिये जिलाधिकारी को भी प्रस्ताव भेजा गया है. वही विद्यालयों में जल्द ही एमडीएम समेत अन्य कार्य को व्यवस्थित कर लिया जायेगा.

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