बिहारशरीफ : पुलिस का पॉजिटिव प्लान आउटडेटेड हो रहा है. यह अपराध के आंकड़े बताते हैं.महकमे के टॉप एग्जिक्यूटिव्स के नुस्खे अपराध जगत में किंग मेकर की भूमिका निभाने वालों पर असर नहीं कर रहा है.आर्टिफिशियल इंवेस्टिगेशन की राह पर थाना पुलिस दौर लगा रही है.जिले की ऐसी सूरत हाल के दिनों में घटी भीषण घटनाओं के बाद बनी है.
हालात ऐसे बन गये हैं कि एक वारदात अभी सुलझा नहीं कि दूसरी प्रतिवेदित हो जाती है. क्राइम एक्सपर्ट इसे खुफिया तंत्र की एक बड़ी कमजोरी मानते हैं.केनरा बैंक लूट कांड से लेकर जिले में हाल के दिनों में घटी हत्या,लूट व चोरी जैसी घटनाओं का उद्भेदन नहीं होना इसके ताजा उदाहरण हैं.तफ्तीश में जांच एजेंसियों को भी लगाया गया है.
पूरे जिले की बात करें तो नूरसराय व रहुई थाना क्षेत्र इन दिनों अपराधियों के लिए सेफ जोन बना है.दोनों थाने की निगरानी विधि-व्यवस्था डीएसपी करते हैं.नूरसराय थाना क्षेत्र में पिछले तीन दिनों के भीतर दो बड़ी आपराधिक घटनाएं घटी.जिसमें दो अलग-अलग स्थान से दो अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया.एक की हत्या काफी वीभत्स तरीके से की गयी.इन दोनों मामलों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ.कुछ ऐसी ही स्थिति रहुई थाना क्षेत्र की है,
पिछले एक सप्ताह में एक भीषण चोरी के अलावे लूट की एक बड़ी वारदात थाना क्षेत्र में घटी है.अपराधियों ने दो दिन पूर्व चार व्यक्तियों को बंधक बना कर उनकी दो बाइक,मोबाइल व हजारों रुपये नकद लूट लिये.पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि निकट भविष्य में सभी मामलों का खुलासा हो जायेगा.पुलिस हर बिंदु पर काम कर रही है.तीन दिन पूर्व लहेरी थाना क्षेत्र के भराव पर एक मवेशी व्यवसायी से 3.64 लाख रुपये की लूट कार सवार अपराधियों द्वारा किये जाने की शिकायत थाने में दर्ज करायी
गयी.संगठन बना कर अपराध की पृष्ठभूमि तैयार कर उसे पूरा करना संगठित अपराध कहलाता है.जिले में ऐसे अपराधों की बाढ़ आ गयी है.नूरसराय व रहुई थाना क्षेत्र में घटी सभी घटनाएं संगठन बना कर अपराधियों द्वारा किये गये.पुलिस ऐसे अपराधियों को पकड़ने में अभी तक नाकाम रही है.