धान बेचनेवाले किसान के नाम में भारी फेरबदल
शेखपुरा : जिले के धान बेचने वाले किसानों के नाम में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. सहकारिता विभाग द्वारा पैक्सों के माध्यम से जमा किये गये नामों के स्थान पर राज्य खाद्य निगम द्वारा मनमाने ढंग से नाम जोड़ दिये जाने का आरोप लगाया जा रहा है. सहकारिता विभाग द्वारा पूरे जिले के […]
शेखपुरा : जिले के धान बेचने वाले किसानों के नाम में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. सहकारिता विभाग द्वारा पैक्सों के माध्यम से जमा किये गये नामों के स्थान पर राज्य खाद्य निगम द्वारा मनमाने ढंग से नाम जोड़ दिये जाने का आरोप लगाया जा रहा है. सहकारिता विभाग द्वारा पूरे जिले के 8689 किसानों का नाम भेजा गया था,
परंतु सरकार द्वारा अनुमोदित नामों के बाद यह संख्या बढ़ कर 19689 हो गयी है तथा पैक्सों द्वारा दिये गये नामों में भारी कटौती कर दिये जाने को लेकर पैक्स अध्यक्षों ने मंगलवार को सहकारिता कार्यालय के सामने भारी हंगामा किया और सहकारिता विभाग को इन नामों के आधार पर धान खरीद नहीं करने के बारे में लिखित विरोध जताया. सहकारिता कार्यालय के समक्ष गंगौर पैक्स अध्यक्ष राजीव रंजन, पैन पैक्स अध्यक्ष नवीन कुमार, गंगटी पैक्स अध्यक्ष ललित कुमार, कटारी पैक्स अध्यक्ष पंचम कुमार, माफो पैक्स अध्यक्ष संटू कुमार के साथ बड़ी संख्या में पैक्स अध्यक्षों ने सरकार की इस मनमानी के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है. पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि सरकार द्वारा अनुमोदित सूची पर ही किसानों से धान की खरीद की जानी है.
परंतु सूची में पैक्स अध्यक्षों द्वारा नामों को हटा कर ऐसे किसानों के नाम जोड़े गये हैं, जिनके पास भूमि ही उपलब्ध नहीं है. राज्य खाद्य निगम कृषि विभाग के साथ मिल कर वैसे किसानों का नाम धान खरीद की सूची में डाल दिया है, जिसने कभी जिले में डीजल अनुदान या बाढ़ आपदा राहत के तहत अनुदान लिया है. राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक राकेश प्रियदर्शी ने इस मामले में बताया कि सूची में नाम नहीं रहने वाले किसानों के नाम अभी भी जोड़े जा सकते हैं. उनके नामों का भी अनुमोदन करवा लिया जायेगा, परंतु इस नामों की सूची में गड़बड़ी के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया.