सोलर जलापूर्ति योजनाओं पर ग्रहण
शेखपुरा : फ्लोराइड नामक खतरनाक रसायन से दूषित जल स्रोतों से लोगों को निजात दिलानेवाली सोलर सिस्टम फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट में अब तालाबंदी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. गांवों में पिछले चार सालों से जलापूर्ति पंप हाउस को काम कर रहे ऑपरेटरों को मानदेय नहीं भुगतान नहीं होने से यह स्थिति उत्पन्न हो गयी […]
शेखपुरा : फ्लोराइड नामक खतरनाक रसायन से दूषित जल स्रोतों से लोगों को निजात दिलानेवाली सोलर सिस्टम फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट में अब तालाबंदी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. गांवों में पिछले चार सालों से जलापूर्ति पंप हाउस को काम कर रहे ऑपरेटरों को मानदेय नहीं भुगतान नहीं होने से यह स्थिति उत्पन्न हो गयी है. जिले का अरियरी समेत अन्य प्रखंडों में सोलर संचालित फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट ग्रामीण जलापूर्ति योजना का क्रियान्वयन किया था.
करोड़ों की लागत से क्रियान्वित योजना की जिम्मेवारी 18 माह के लिए विभिन्न कंपनियों को दिया गया था. इसी दौरान मेंटेनेंस में अनियमितता समेत अन्य मामलों को लेकर पीएचइडी विभाग ने कुछ कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. दो साल से भी अधिक दिनों से बिना मानदेय के काम कर रहे ऑपरेटरों ने जब विभाग के अधिकारियों से गुहार लगायी तब अधिकारी भी अपने हाथ खड़े कर दिये. आलम यह है कि गांवों में सोलर जलापूर्ति फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट में तालाबंदी की स्थिति से एक बार फिर लोग दूषित पानी पीने को विवश हो रहे हैं.