गैस सिलिंडर लीकेज होने से आग में घिरे थे आठ परिवार
अग्निशमन दस्ता ने भी बचाव में नहीं जुटायी थी हिम्मत शेखपुरा : शहर के घनी आबादी वाले मखदुमपुर मोहल्ले के बगीचे में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब गैस सिलिंडर से सुलगी आग ने दो मंजिले मकान को अपने घेरे में ले लिया. इस दौरान उसी मकान में किराये के मकान में […]
अग्निशमन दस्ता ने भी बचाव में नहीं जुटायी थी हिम्मत
शेखपुरा : शहर के घनी आबादी वाले मखदुमपुर मोहल्ले के बगीचे में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब गैस सिलिंडर से सुलगी आग ने दो मंजिले मकान को अपने घेरे में ले लिया. इस दौरान उसी मकान में किराये के मकान में रहने वाले अरियरी के डीहा गांव निवासी संजय यादव धधकती रसोई गैस सिलिंडर पर काबू पाने में अकेले ही कूद पड़ा. शनिवार की शाम करीब सात बजे की इस घटना में संजय का दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गया.
इसके साथ ही उसके बदन के कपड़े भी आग की लपटों में जलने लगा. इसके बाद हिम्मत हारे बगैर ही संजय ने अपने बदन का कपड़ा फाड़ कर धधकते गैस सिलिंडर पर काबू पाने में कामयाबी हासिल कर ली. इस घटना में उसी मकान के किरायेदार सदर ब्लॉक के अकौना गांव निवासी उदय पासवान व गृहिणी नीलम देवी गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायलों को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भरती कराया गया. दरअसल यह घटना जिस मकान में घटी उसमें आठ परिवार किराये पर रहते हैं.
यह घटना तब घटी जब चकंदरा गांव निवासी रविकांत पंडित की विवाहिता नीलम देवी खाना बनाने के लिए रसोई गैस सिलिंडर सेट कर रही थी. इसी वक्त लिकेज के कारण आग लगी. पीड़ित ने बताया कि शनिवार को ही चेवाड़ा के अंकित इंडेन वितरक के यहां से रसोई गैस सिलिंडर लाये थे, जो उक्त गैस सिलिंडर में वासर नहीं होने के कारण गैस लिकेज से आग लगने की घटना घटी. सबसे बड़ी विडंबना यह रही कि सौ गज की दूरी पर अग्निशमन दस्ता काफी खुशामद पर पहुंची तो, लेकिन मकान के अंदर घुसने की हिम्मत नहीं जुटा सके, जहां कई महिला एवं बच्चे फंसे थे.
बाल-बाल बचीं कई जानें
शहर के मखदुमपुर मोहल्ले में जासो देवी नामक महिला के जिस मकान में आग लगी उस मकान में करीब 30 लोग रहते थे. इसके साथ ही दो आवासीय विद्यालय भी संचालित है. ऐसे में जब रसोई गैस, सिलिंडर से आग की लपटे उठी. तब आसपड़ोस के लोग बालू ओर पानी लेकर भी दौड़े. इसके बावजूद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका.
इस दौरान बिजली मीटर जलने से पूरे मकान में शॉर्ट सर्किट से आग और धुआं के बीच मकान में फंसे दर्जनों बच्चे और महिलाओं की जान पर संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी. तभी उसी मकान का किरायेदार संजय ने अपनी जान पर खेल कर लोगों की जान बतायी. संजय पेशे से स्कॉर्पियो का चालक है.