शेखपुरा : त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण रोस्टर बनाने का काम अभी जारी है. 29 दिसंबर से ही सभी प्रखंड के अधिकारी इस कार्य के संपादन में जिला मुख्यालय में कैंप कर रहे हैं. हालांकि यह काम रविवार तक पूरा कर लिया जाना था, परंतु इस कार्य के पेचीदगियों को दूर करने में समय लग रहा है.
सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत के मुखिया, पंचायत समिति, जिला परिषद् के सदस्य, ग्राम कचहरी के सरपंच तथा पंच आदि के आरक्षण रोस्टर में इस बार जनसंख्या को मुख्य आधार बनाया जा रहा है. उसके अलावा निचले स्तर पर इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में महिला के 50 प्रतिशत आरक्षण को मुख्य आधार बनाया जा रहा है.
इसे अलावा आरक्षण रोस्टर में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा तथा अति पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को चक्रीय रूप से फेरबदल पर माथापच्ची की जा रही है. इस आरक्षण के मामले में सभी बिंदुओं पर गहराई से चर्चा की जा रही है. इन सभी मामलों में तथ्यों के इकट्ठा करने में अधिकारियों तथा कर्मचारियों को काफी पसीना बहाना पड़ रहा है.
परंतु सरकार तथा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्राप्त निर्देश तथा फॉर्मूला दिया गया है. जिसमें यह आरक्षण की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रह सकेगा. उधर आरक्षण के चक्रिय बदलाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में काफी गहमागहमी देखी जा रही है. ऐसे चुनाव लड़ने वाले अपनी पसंद से आरक्षण की आस लगाये हुए है. आरक्षण को लकर आजकल अफवाहों का बाजार भी काफी गरम है. किसी खास पद के आरक्षण के नाम पर अफवाह फैलाने का भी काम तेज होता जा रहा है.