शेखपुरा छात्र संगठन ने जताया कड़ा विरोध
बैठक के दौरान छात्रों का एकजुट होकर आंदोलन में शरीक होने का आह्वान शेखपुरा : स्नातक में पार्ट वन अथवा पार्ट टू की परीक्षा के दौरान किसी विषय में फेल होने की स्थिति में भागलपुर विश्वविद्यालय द्वारा किये गये तुगलकी फरमान के विरोध में शेखपुरा छात्र संगठन ने कड़ा विरोध जताया है. इस नये नियम […]
बैठक के दौरान छात्रों का एकजुट होकर आंदोलन में शरीक होने का आह्वान
शेखपुरा : स्नातक में पार्ट वन अथवा पार्ट टू की परीक्षा के दौरान किसी विषय में फेल होने की स्थिति में भागलपुर विश्वविद्यालय द्वारा किये गये तुगलकी फरमान के विरोध में शेखपुरा छात्र संगठन ने कड़ा विरोध जताया है. इस नये नियम को पूरी तरह तानाशाह एवं छात्र विरोधी करार देते हुए संगठन ने सभी छात्र-छात्राओं को एकजुट होकर आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है.
बहरहाल शहर के खांड पर मोहल्ला स्थित एक निजी विद्यालय परिसर में आयोजित बैठक के दौरान आक्रोशित छात्रों ने कहा कि एक तो पहले ही भागलपुर विश्वविद्यालय स्नातक की परीक्षा तीन वर्ष में संपन्न कराने के बजाय करीब पांच वर्ष का समय लगा रहा था एवं अब नये नियम के कारण छात्र-छात्राओं को और फजीहत झेलनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि नये नियम के अनुसार अगर पार्ट वन अथवा पार्ट टू के किसी पेपर में कोई परीक्षार्थी फेल हो जायेंगे,
तो उन पेपर में पास होने तक उन छात्र-छात्राओं को पार्ट थर्ड की परीक्षा से वंचित रहना पड़ेगा. इस स्थिति में वो स्नातक करने में बड़ी तादाद में छात्र-छात्राओं को कई वर्ष और लग जायेंगे. बहरहाल उन्होंने आहूत 29 फरवरी को आंदोलन में बड़ी तादाद में छात्र-छात्राओं को शामिल होने का आह्वान करने के साथ-साथ कहा कि इस तानाशाही नियम के खिलाफ छात्र संगठन चुप नहीं बैठेगा.
इसके लिए प्रत्येक छात्र-छात्राओं को जागरूक करने की दिशा में कदम भी बढ़ाता रहेगा. बहरहाल बैठक के दौरान संगठन के सचिव विक्रम कुमार, प्रेम कुमार गुप्ता, विद्यासागर, गिरिजेश, पवन, गिरिश, राजीव कुमार गुड्डू, धनंजय, दीपू समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.