शेखपुरा : जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने सभी प्रधानाध्यापक को एमडीएम के संबंधी रजिस्टर को दोपहर तक अद्यतन कर लेने का निर्देश जारी किया है. उसके बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारी और एमडीएम के डीपीओ को दिया है. गौरतलब है कि जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा बरबीघा प्रखंड क्षेत्र में […]
शेखपुरा : जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने सभी प्रधानाध्यापक को एमडीएम के संबंधी रजिस्टर को दोपहर तक अद्यतन कर लेने का निर्देश जारी किया है. उसके बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारी और एमडीएम के डीपीओ को दिया है. गौरतलब है कि जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा बरबीघा प्रखंड क्षेत्र में भेजे गये धावा दल द्वारा यह बात सामने आयी कि एमडीएम के संचालन का रजिस्टर अद्यतन नहीं पाया गया.
इस पर धावा दल ने जांच के बाद जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी थी. सरकारी सूत्रों ने बताया कि एमडीएम संचालन के संबंध में रजिस्टर का अद्यतन नहीं रहना प्रधानाध्यापकों की सरासर मनमानी है, जिन्हें इस बात के लिए दंडित करने के पहले चेतावनी दी जायेगी. विद्यालयों में एमडीएम का निरीक्षण ऑनलाइन होता है. सभी जगह आंकड़ें जुटाने के लिए टेलीफोन से जानकारी प्राप्त की जाती है. परंतु रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
विद्यालयों में रखा निरीक्षण पंजी का कोटा : जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में निरीक्षण के लिए रखा पंजी पूरी तरह कोरा पाया गया. केवल कागजों पर जिले के विद्यालयों में निरीक्षण की संख्या बताने संबंधी शिक्षा विभाग के अधिकारियों की पोल खोल कर रख दी. धावा दल जब बरीघा के केवटी, विद्यालय में पहुंच कर निरीक्षण पंजी की मांग की तो उसे प्रधानाध्यापक ने कई तरह नीचे से निकल कर दिया. वह रजिस्टर पूरी तरह कोरा था.
इसी तरह के बात से जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह भी रूबरू हुए. जब कल बिहटा और औंधे के विद्यालयों में निरीक्षण पंजी मांगा. निरीक्षण पंजी वह रजिस्टर है, जहां विद्यालय में निरीक्षण के लिए आने वाले पदाधिकारी अपना हस्ताक्षर तथा टिप्पणी उस रजिस्टर पर अंकित करते हैं, परंतु शिक्षा विभाग के अधिकारी यह अनुमान लगाने में चूक कर गये कि जिलाधिकारी या धावा दल कभी इस पंजी का भी अवलोकन कर सकते हैं.