कम यूनिट खपत वाले उपभोक्ता जांच के दायरे में
विभाग ने कसा शिकंजा 5.83 करोड़ के विरुद्ध 1.32 करोड़ की हुई वसूली शेखपुरा : जिले में विद्युत व्यवस्था में सुधार के बाद अब राजस्व वसूली की दिशा में विभाग ने कमर कस लिया है. इसके साथ ही विभाग ने विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने की दिशा में भी रणनीति अख्तियार किया है. विभाग की […]
विभाग ने कसा शिकंजा
5.83 करोड़ के विरुद्ध 1.32 करोड़ की हुई वसूली
शेखपुरा : जिले में विद्युत व्यवस्था में सुधार के बाद अब राजस्व वसूली की दिशा में विभाग ने कमर कस लिया है. इसके साथ ही विभाग ने विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने की दिशा में भी रणनीति अख्तियार किया है. विभाग की मानें तब जिले में विद्युत चोरी के तरीके में उपभोक्ताओं ने नया फंडा अपनाना शुरू कर दिया है. इस फंडे में अब टोका लगाने के बजाय मीटर बाइपास कर विद्युत चोरी को अंजाम दे रहे हैं. इसके साथ ही मीटर को जला हुआ घोषित कर भी उपभोक्ता विभाग को चकमा देने में जुटे हैं.
विद्युत चोरी को लेकर अपनाये जा रहे नये फंडे की धर पकड़ के लिए जिले भर के वैसे उपभोक्ताओं की समीक्षा कर भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है. जिसमें बड़े खुलासे हुए हैं. विद्युत विभाग ने इसको लेकर वृहत पैमाने पर अभियान चलाने के लिए रणनीति तैयार कर ली है. इस अभियान के तहत विद्युत चोरी पर अंकुश लगा कर राजस्व वसूली में इजाफा किया जायेगा.
शहर में चलेगा अभियान : विद्युत राजस्व को लेकर विभाग का जनवरी माह में लक्ष्य 5.83 करोड़ का है.
जिसमें मात्र 1.32 करोड़ की वसूली हो सकी है. राजस्व लक्ष्य में विद्युत चोरी बड़ी बाधा है. इसको लेकर ग्रामीण औद्योगिक और शहरी उपभोक्ताओं पर शिकंजा कसा जायेगा. जिले में कुल 50639 विद्युत उपभोक्ता है. जिसमें बरबीघा में 4188 एवं शेखपुरा में 9008 विद्युत उपभोक्ता है. ऐसे में विभाग ने लगभग चार हजार वैसे विद्युत उपभोक्ताओं को चिन्हित किया है जहां कि न्यूनतम यूनिट की बिलिंग पिछले कई माह से हो रही है.
हुई कार्रवाई : जिले में पिछड़ रहे विद्युत राजस्व को ट्रैक पर लाने के लिए छापेमारी अभियान चला कर नौ उपभोक्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई की गयी. जिसमें आर्थिक दंड के रूप में 7.32 लाख रुपये का अर्थ दंड कर 4.79 लाख रुपये की राजस्व वसूली भी की गयी. वहीं जिले में पुराने बकायेदारों में 178 विद्युत उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा गया. इन उपभोक्ताओं के यहां 34.57 लाख रुपये का बकाया है.
औद्योगिक कनेक्शन धारियों पर कार्रवाई : विद्युत चोरी को लेकर घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ औद्योगिक उपभोक्ता भी विद्युत विभाग को चूना लगा रहे हैं. ऐसे में विभागीय आंकड़ों पर अगर नजर डालें तब 06 औद्योगिक परिसर में छापेमारी कर स्वीकृत औद्योगिक मानक से अधिक विद्युत खपत करते पाते हुए दंडात्मक कार्रवाई की गयी.