मौनी अमावस्या पर स्नान, दान की रही होड़
शेखपुरा : मौनी अमावस्या को लेकर सोमवार को जिले में स्नान, दान, पूजन आदि की होड़ लगी रही. मौसम के बदले मिजाज और ठंड के बावजूद लोगों ने नदी, तालाब या कुओं पर स्नान कर दान देने के बाद अपना मौन तोड़ा .. इस काम में महिलाएं कुछ ज्यादा ही सक्रिय दिख रहीं थी . […]
शेखपुरा : मौनी अमावस्या को लेकर सोमवार को जिले में स्नान, दान, पूजन आदि की होड़ लगी रही. मौसम के बदले मिजाज और ठंड के बावजूद लोगों ने नदी, तालाब या कुओं पर स्नान कर दान देने के बाद अपना मौन तोड़ा .. इस काम में महिलाएं कुछ ज्यादा ही सक्रिय दिख रहीं थी . हाथों में पूजा तथा दान की सामग्री लेकर विभिन्न देवालयों में सवेरे से ही पहुंचना शुरू कर दिया था. आकाश में धूप के दर्शन नहीं होने तथा तापमान नीचे गिर जाने के बाद भी लोगों का उत्साह बरकरार रहा था. मौनी अमावस्या सोमवार को पड़ने के कारण इसे हिंदु धर्मग्रंथ के अनुसार दुर्लभ तिथि माना जा रहा था.
सोमवारी अमावस्या को लेकर भी महिलाओं के पूजन और दान तथा कथा-प्रवचन सुनने का दौर दिन भर जारी रहा. महिलाएं काफी उत्साह के साथ पीपल के पेड़ों की परिक्रमा कर ब्राह्मणों से कथा वाचन कर उन्हें दान, सम्मान तथा भोजन से तृप्त किया. इस संबंध में आचार्य पारस नाथ झा, आचार्य निरंजन कुमार पांडेय बताते हैं कि इस अमावस्या का दो-दो महत्व एक साथ संयुक्त होने के कारण इस दिन किये जाने वाले पुण्य कार्य अक्षय हो जाते हैं.
सोमवार को मौनी अमावस्या पर किये गये दान तथा पितरों को दिया गया तर्पण कभी नाश नहीं होगा तथा महिलाएं अखंड सौभाग्यवती रहते हुए मोक्ष की प्राप्ति करती है. हिंदु धर्मशास्त्रों में इसके बारे में विस्तार से वर्णन है. जिसका लोगों ने इस अवसर पर श्रवण किया.