आरक्षण प्रतिशत बढ़ाने को ले दिया धरना
शेखपुरा : अति पिछड़ा के आरक्षण कोटा को बढ़ाने को लेकर बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां धरना दिया. अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पारो बिंद की अध्यक्षता में धरना दिया गया. चांदनी चौक पर आयोजित इस धरना में जिला मंत्री नवल किशोर पासवान, संजय कुमार उर्फ कारू सिंह, मनोज कुमार सिन्हा, रविंद्र बिंद, मोहन […]
शेखपुरा : अति पिछड़ा के आरक्षण कोटा को बढ़ाने को लेकर बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां धरना दिया. अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पारो बिंद की अध्यक्षता में धरना दिया गया. चांदनी चौक पर आयोजित इस धरना में जिला मंत्री नवल किशोर पासवान, संजय कुमार उर्फ कारू सिंह, मनोज कुमार सिन्हा, रविंद्र बिंद, मोहन राम, भगवान दास गुप्ता, शांति देवी सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे.
भाजपा नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार किया. आरोप लगाया कि सरकार अपनी पीठ थपथपाने को लेकर ज्यादा से ज्यादा जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में लगातार शामिल कर रही है. परंतु उसके आरक्षण कोटा को जास का तस रखा हे. सरकार इस बात को अपनी उपलब्धि बताते नहीं थक रही है. जबकि वास्तव में यह अति पिछड़ा की हकमारी है. धरना में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि इससे पहले जहां अति पिछड़ा में कुल 79 जातियां शामिल थी, वह आज बढ़ कर 113 पहुंच गयी है. इसके उलट उनका आरक्षण प्रति अभी तक मात्र 20 ही है. सरकारी नौकरी में तो यह आरक्षण प्रतिशत 18 ही हे. घटना में भाजपा नेताओं ने इस आरक्षण कोटा को कम से कम 33 प्रतिशत करने की मांग की है.
वक्ताओं ने 33 प्रतिशत आरक्षण की तत्काल मांग को पंचायत चुनाव में भी लागू करने की मांग की है. सरकार को अति पिछड़ों के कल्याण के लिए चलाये जाने वाले अन्य योजनाओं में भी आरक्षण की मांग की है. यह वर्ग सदियों से समाज के हाशिये पर है तथा इसके उतान के लिए अभी तक कोई कारगर ठोस कदम नहीं उठाया जा सका हे.
परंतु नई जागृति के तहत अति पिछड़ा वर्ग में हमने हक की लड़ाई लड़ने का आत्मविश्वास जगा है तथा जातीय सेंधमारी के नाम पर अति पिछड़ा के साथ छल अब संभव नहीं है. एकदिवसीय धरना कार्यक्रम में लोगों ने अति पिछड़ा के आरक्षण के साथ हकमारी के साथ-साथ अन्य मुद्दे भी सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली.