जेल अधीक्षक के खिलाफ लगे आरोपों की जांच शुरू
जेल अधीक्षक पर मनमानी का आरोप शेखपुरा : जिला प्रशासन द्वारा मंडल कारा अधीक्षक उमेश प्रसाद सिंह के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच शुरू कर दी गयी है. जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी विजय कुमार सिंह ने जेल अधीक्षक पर मनमानी और जेल में व्याप्त अव्यवस्था पर आमरण अनशन शुरू किया था. 20 फरवरी […]
जेल अधीक्षक पर मनमानी का आरोप
शेखपुरा : जिला प्रशासन द्वारा मंडल कारा अधीक्षक उमेश प्रसाद सिंह के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच शुरू कर दी गयी है. जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी विजय कुमार सिंह ने जेल अधीक्षक पर मनमानी और जेल में व्याप्त अव्यवस्था पर आमरण अनशन शुरू किया था. 20 फरवरी को पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति नीलू अग्रवाल ने जेल निरीक्षण के क्रम में लगाये गये आरोप की जांच करने का निर्देश जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को दिया था तथा उन्हें जांच कर रिपोर्ट करने जिला जज को कहा गया था और कैदी का अनशन भी तोड़वाया था.
उसी आलोक में जिलाधिकारी ने एडीएम जवाहर लाल सिन्हा के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया. जांच दल ने कारा पहुंच कर जांच का काम शुरू कर दिया है. इस संबंध में सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच दल ने जेल अधीक्षक पर लगाये गये आरोप का प्रथम दृष्टि में सभी पाया है और इस मामले पर पक्ष रखने के लिए जेल अधीक्षक को बुधवार शाम तक की अंतिम मोहलत दी गयी है. प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि जेल के अंदर निर्धारित भोजन चार्ट के अनुसार कैदियों को भोजन नहीं दिया जा रहा है तथा जेल के कर्मचारी और कैदियों के मजदूरी का रजिस्टर भी अद्यतन नहीं है.
जांच टीम को पता चला कि जब कभी इच्छा होने पर इन रजिस्टरों में मनमाने ढंग से हाजिरी बना दी जाती है. जांच टीम द्वारा जेल भ्रमण के दौरान जेल कर्मियों के साथ-साथ जेल में बंद कैदियों से भी तथ्य इकट्ठा किया गया और उसके अलावा जेल के विभिन्न पंजियों का भी बारीकी से निरीक्षण किया है. हालांकि इस मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए जांच दल को जेल अधीक्षक के प्रतिउत्तर का अभी इंतजार है.