असहायों तक न्याय पहुंचाना ही न्यायपालिका का काम : डीजे
शेखपुरा : जिला जज आलोक कुमार पांडेय ने गरीब और असहायों को न्याय दिलाना ही न्यायपालिका का मुख्य काम बताया है. आम लोगों को सुगमता तथा सरलता से न्याय प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन लोक अदालत भी है. पांडेय शनिवार को यहां राष्ट्रीय लोग अदालत का उद्घाटन कर रहे थे. इस अवसर पर कुटुंब […]
शेखपुरा : जिला जज आलोक कुमार पांडेय ने गरीब और असहायों को न्याय दिलाना ही न्यायपालिका का मुख्य काम बताया है.
आम लोगों को सुगमता तथा सरलता से न्याय प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन लोक अदालत भी है.
पांडेय शनिवार को यहां राष्ट्रीय लोग अदालत का उद्घाटन कर रहे थे. इस अवसर पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव, एसीजेएम राजेंद्र कुमार त्रिपाठी, कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, अधिवक्ता और कर्मचारी मौजूद थे. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में दीवानी, पारिवारिक के साथ-साथ श्रम और राजस्व मामले के निबटारे के लिए तीन पीठ बनाया गया था. पीठ में न्यायिक अधिकारी के साथ-साथ अधिवक्ता को भी शामिल किया गया था.
सूत्रों ने बताया कि तेज गरमी तथा पछुआ हवा के थपेड़ों के बीच संचालित राष्ट्रीय लोक अदालत में 274 मामले का निष्पादन किया गया. पारिवारिक तथा दीवानी मामलों के साथ-साथ सबसे ज्यादा राजस्व के मामले निबटाये गये. उद्घाटन अवसर पर जिला जज ने आम लोगों को आगे बढ़ कर लोक अदालत का लाभ उठाने की अपील की. न्याय की दीप वहीं जगमगाता है, जहां गरीबों तथा समाज के सबसे पीछे खड़ा व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान आती है.
हमारा देश जुम्मन तथा अलखू के पंच परमेश्वर का है, जहां न्यायाधीशों को भगवान का दर्जा प्राप्त है तथा उसके बात को मानने के लिए सभी तैयार है, तथा न्याय की कुरसी पर बैठा व्यक्ति के भीतर भी भगवान का वास माना गया है. हमारी न्याय व्यवस्था के बोझिल होते जाने पर लोक अदालत की शुरुआत की गयी है. जिसमें समय और पैसा लगाये बिना लोगों को न्याय मिल रहा है. लोक अदालत द्वारा प्राप्त न्याय अंतिम है, इसके खिलाफ अपील भी नहीं की जा सकती है. इस अवसर पर अन्य लोगों ने भी संबोधित किया तथा लोग अदालत की गरिमा के बारे में जानकारी दी.