शेखपुरा : सरकार द्वारा शराबबंदी का जिला में व्यापक असर देखा जा रहा है. पहली अप्रैल से देशी और पांच अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी के बाद यहां पुलिस और आबकारी विभाग दोनों इस आदेश के अनुपालन में जुटे हुए हैं. इसके अलावा शराब की लत को सुधार कर नशामुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा था.
मंगलवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शराबबंदी की समीक्षा की गयी. इस बैठक में अन्य अधिकारी के साथ उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार भी मौजूद थे. जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि बैठक में जिलाधिकारी को बताया गया कि पिछले माह शराबबंदी के खिलाफ अकेले आबकारी विभाग ने 85 स्थानों पर छापेमारी की तथा शराबबंदी का उल्लंघन करनेवाले 12 लोगों के खिलाफ अलग-अलग केस भी दर्ज किया.
साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार करने में भी सफलता पायी है. शराबबंदी के खिलाफ पुलिस भी सक्रिय है तथा मुख्यालय से आयी ब्रेथ एनलाइजर के माध्यम से शराबी की पहचान कर उन्हें भी पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है. वैसे यहां के अधिकांश लोगों ने शराब से नाता तोड़ लिया है. बैठक में बताया गया कि पिछले माह के अंत तक जिले में 2365 पियक्कड़ पर नजर रखी जा रही थी. सदर अस्पताल में चालू नशा मुक्ति केंद्र पर भी उन्हें उपचार और सलाह दी जा रही है.
25 नशेड़ियों को आउटडोर सेवा प्रदान की गयी तथा 6 को इस केंद्र में भरती कर इलाज किया गया. हालांकि इस दौरान एक शराबी की मौत भी हो गयी. बाकी 30 को इलाज तथा सलाह देकर घर भेज दिया गया है. अभी सदर अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में एक भी शराब पीनेवाले भरती नहीं हैं. यहां से इलाज करवाने के बाद वापस गये लोग आराम से सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं.