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जमीन धंसने की घटना से पहली दफा सामना

शेखपुर/घाटकुसुम्भा : जमीन धसने की घटना के वाद घाटकुसुम्भा के पानापुर गांव के लोग पलायन करने का मन बना रहे है.राजनैतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से खुद को उपेक्षित मान रहे महादलित पीड़ित परिवार में जहां दहशत का माहौल है वही दूसरी और नये से जीवन बसाने के बोझ की चिंता उन्हें अभी से ही सताने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2016 1:09 AM

शेखपुर/घाटकुसुम्भा : जमीन धसने की घटना के वाद घाटकुसुम्भा के पानापुर गांव के लोग पलायन करने का मन बना रहे है.राजनैतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से खुद को उपेक्षित मान रहे महादलित पीड़ित परिवार में जहां दहशत का माहौल है वही दूसरी और नये से जीवन बसाने के बोझ की चिंता उन्हें अभी से ही सताने लगी है.

पीडितों ग्रामीणों में बिनोद मोची,महेंद्र मोची ने बताया की पानापुर पंचायत दो जिलों के बीच पिचले बीस सालों से अपनी वजूद की आश में जुटा है.लेकिन आज तक उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल सका . पानापुर गांव में जमीन धंसने की घटना के बाद लोगों को एक बार भी प्रशासनिक बेरुखी से निराशा हाथ लगी है.लोग पलायन करने को विवस है.इस वावत पीड़ित नारायण मोची ने कहा की बाढ़ की त्रासदी में भी गाँव में कुछ घर का नदी में कटाव हो गया था.
लेकिन उन्हें आज तक कोइ सरकारी लाभ नहीं मिल सका .इस घटना ने तो परिवारों को झकझोर कर रख दिया है.लोग कुछ लोग गांव छोड़कर पलायन करने का मन बना रहे है.जवकि पीड़ित परिवार अब ठंढ के इस मौसम में बेघर होने का दंश झेल रहे है.पीडित परिवार अभी बाढ़ से उबरे भी नहीं की जमीं धसने की त्रासदी से मुकाबला करने को विवस है.बेघर हुए इन परिवारों को आज गाँव की सडक पर बनी झोपडी ही बसेरा बन गया है.

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