राज्य में शराबबंदी की सराहना

आयोजन. कैशलेस पर चले कवियों के व्यंग वाण विसंगतियों को वर्णन कवियों ने की शेखपुरा : जिला साहित्य संगम के तत्वाधान में नये साल पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. नोटबंदी से लेकर कैशलेस लेनदेन पर जागरूकता पैदान करने के साथ इस पर व्यंग वाण भी कवियों ने खूब छोड़ा. नोटबंदी के बाद शादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 4:45 AM

आयोजन. कैशलेस पर चले कवियों के व्यंग वाण

विसंगतियों को वर्णन कवियों ने की
शेखपुरा : जिला साहित्य संगम के तत्वाधान में नये साल पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. नोटबंदी से लेकर कैशलेस लेनदेन पर जागरूकता पैदान करने के साथ इस पर व्यंग वाण भी कवियों ने खूब छोड़ा. नोटबंदी के बाद शादी विवाह से लेकर रोजगार आदि के मंद हो जाने पर भी कवियों की पैनी नजर गयी है. कविता के माध्यम से कवियों ने शराब बंदी की जमकर प्रशंसा की. वहीं नोटबंदी के कई खामियों को कविता के माध्यम से उजागर करने का प्रयास किया.
श्यामा सरोवर में वरीय कवि रामचंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कवि सम्मेलन में नये साल मनाने के विसंगतियों को वर्णन कवियों ने की. कवि सम्मेलन कासंचालन उदयमान कवि उपेन्द्र प्रसाद प्रेमी ने की. अवसर कवि सत्यदेव आर्य, धनंजय लखेड़ा,अमित कुमार,कुशवाहा कृष्ण,दीपक कौशिक, ब्रजेश कुमार सुमन, प्रवीण कुमार बटोही, रामचंद्र प्रसाद, अनिल प्रसाद सहित बड़ी संख्या में कवियों ने कविता पाठ किया.
नये साल का जश्न मनाने आये बड़ी संख्या में श्रोता इन सभी के समसमायिक कविता पर खूब तालियां बजाई. कवि रामचंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि नये साल पर यहां उमड़े भीड़ के बीच कवि सम्मेलन आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य मगही को संविधान के आठवीं अनुसूचित में शामिल करने के लिए समर्थन हासिल करना है.

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