शेखपुरा : बिहार के शेखपुरा में बहुचर्चित मनरेगा जेई उज्वल राज हत्या कांड में मुख्य सूत्रधार शिक्षक बालमुकुन्द यादव का शेखपुरा ही नहीं चार जिलों में अपराधिक इतिहास सामने आये है. पुलिस रिकार्ड के मुताबिक उक्त आरोपी का शेखपुरा के अलावे पटना, जमुई, मुंगेर में सभी अठारह अापराधिक मामले सामने आये है. पुलिस रिकार्ड में उक्त शिक्षक का 2007 से ही अपराधिक इतिहास की शुरुआत हुआ. इसके बाद लगातार अपराध का शिलशिला जारी रहा.
अपराध के इस खेल में इसशख्स ने अवैध उत्खनन, अपहरण, गोलीबारी, रंगदारी से लेकर हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया. अपराध जगत में पिछले दस सालों के लंबे अंतराल में उक्त हत्याभियुक्त ने कई उप्लाधियां और राजनैतिक हस्तियोंसेनजदीकियां भी बनाये. हाल के दिनों में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव का बालमुकुन्द यादव के नतृत्व में भव्य स्वागत किया था. इस अपराधिक घटनाओं के बीच जिले की पंचायतीराज चुनाव में अपने छोटे भाई की पत्नी गुड़िया को मुखिया पद दिलाकर किंग मेकर की भूमिका के साथ स्थानीय राजनीति में दस्तक दिया.
इस दौरान जिलापरिषद अध्यक्ष और शेखपुरा प्रखंड प्रमुख पद पर भी टाल ठोकने का काम किया. हालांकि कामयाबी नहीं मिल सकी लेकिन जिले में यादव समुदाय से एकलौता मुखिया बनाने का भी खूब श्रेय बटोरने का काम किया. इस चुनाव में कई शख्सियतों से टकराने के दुस्साहस के दौरान मनरेगा योजना में और पंचायतों की तरह एमबी बुक करा लेना चाहता था.
पिछले दिनों पत्थर उधोग से जुड़े एक बड़ी कंपनी में भी शेयर होने की खबर भी चर्चा में रही. हाल में जेई हत्या कांड में आरोपी बना बालमुकुन्द यादव पर मटोखर दाह के बड़े जलखर के मत्स्य पालन के बड़े कारोबार पर अधिपत्य कायम करने के लिए फायरिंग करने का भी आरोपी बना. हत्या की घटना के आरोपी ने घटना को तब अंजाम दिए जब वह मटोखर दाह पर बर्चस्व कायम करने में मल्लाहों के साथ मारपीट कर फायरिंग मामले में फरार चल रहा था.
क्या है अपराधिक आरोप
जेई हत्याकांड का अभियुक्त बालमुकुन्द यादव के खिलाफ शेखपुरा जिले में पूर्व के निर्माण कंपनी के प्लांट से कर्मियों का अपहरण, पटना चिड़ैया टाल पुल के समक्ष गोलीबारी, पहाड़ी भूखंड़ो में अवैध उत्खनन, दलित उत्पीड़न, रंगदारी का भी आरोप है.
बेल केंसिलेसन की कारवाई
जेई हत्या कांड में पुलिस पकड़ से फरार चल रहे आरोपी शिक्षक बामुकुंद यादव के विभिन्न कांडों में बेल केंसिलेसन की कारवाई को लेकर पुलिस टीम दिन रात कांडों को खंगालने में जुटी है. पुलिस अधिकारियों की माने तब इस कारवाई में अपराध से अर्जित संपत्ति को भी खंगालने आकलन करने में जुटी है. हत्याकांड में आरोपी बालमुकुन्द यादव, पीआरएस सुनील कुमार,नन्दन यादव एवं राजू की गिरफ्तारी में एसआइटी की टीम शेखपुरा के अलावे झारखंड, पश्चिम बंगाल के बाद अब एमपी की ओर निगाहें टिकाये है.
इस घटना में पुलिस सभी अठारह कांडों में बेल केंशिलेसन की कारवाई की तैयारी में जिसमें आरोपी जमानत पर रिहा है. पुलिस गिरफ्तारी से लेकर बेल केंसिलेशन तक की कारवाई के लिए अलग-अलग टीम गठित कर युद्ध स्तर पर कारवाई की जा रही है. एसडीपीओ ने बताया की आरोपी बालमुकुद का अकेले शेखपुरा जिले में 15 अपराधिक मामले है.जबकि मुंगेर जिले में दलित उत्पीडन का मामला दर्ज है.
क्या कहते है अधिकारी
अमित शरण, एसडीपीओ शेखपुरा नेबतायाकि बालमुकुन्द यादव के अपराधी इतिहास को खंगाला जा रहा है. इस प्रक्रिया में अपराधी का कांडों में बेल केंसिलेसन की करवाई की जा रही है. इसको लेकर अब तक 18 कांडों का खुलासा हुआ है. शेखपुरा के अलावे जमुई, मुगेर और पटना से जुड़े अपराधिक इतिहास की सूचि बनायी गयी है.