नये फरमान का दवा विक्रेता संघ ने जताया विरोध
पेटेंट दवा विक्रेता के लिए फार्मासिस्ट की कोई आवश्यकता नहीं शेखपुरा : केंद्र सरकार द्वारा खुदरा दवा विक्रेताओं का फार्मासिस्ट का भुगतान ऑनलाइन के द्वारा किए जाने एवं थोक दवा विक्रेताओं को भी फार्मासिस्ट रखने की बाध्यता को लेकर शेखपुरा जिला दवा विक्रेता संघ ने विरोध जताया है. इस पूरे मामले को लेकर दवा विक्रेता […]
पेटेंट दवा विक्रेता के लिए फार्मासिस्ट की कोई आवश्यकता नहीं
शेखपुरा : केंद्र सरकार द्वारा खुदरा दवा विक्रेताओं का फार्मासिस्ट का भुगतान ऑनलाइन के द्वारा किए जाने एवं थोक दवा विक्रेताओं को भी फार्मासिस्ट रखने की बाध्यता को लेकर शेखपुरा जिला दवा विक्रेता संघ ने विरोध जताया है. इस पूरे मामले को लेकर दवा विक्रेता संघ ने बैठक करते हुए साफ कहा कि इस पूरे मामले को लेकर आंदोलन किया जाएगा. बैठक के दौरान मीडिया प्रभारी भगवान दास गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में कुल रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की संख्या करीब 23 हजार हैं, जबकि प्रदेश में दवा की दुकानें लगभग 40 हजार की संख्या में संचालित हो रही है. ऐसे में अगर ऑनलाइन की व्यवस्था लागू की जाती है
तो बहुत सारी दुकानें बंद हो जाएगी, जिससे प्रदेश में दवा दुकानदार बेरोजगार हो जाएंगे. इस कानून को लेकर दुकानदार द्वारा काली पट्टी लगाकर सांस्कृतिक विरोध जताया जाएगा. उन्होंने बताया कि नये लाइसेंस भी अब ऑनलाइन बनाए जाएंगे, जिससे लाइसेंस बनाने में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सत्य बात तो यह है की पेटेंट दवा विक्रेता के लिए फार्मासिस्ट की कोई आवश्यकता नहीं है. बैठक के दौरान जिला संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, सचिव राजनीति सिंह, संगठन प्रभारी ज्योतिष कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अभय कुमार, विपिन कुमार, वेद प्रकाश, उमेश रावत समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.