जलाशयों पर भू-माफियाओं की निगाहें

कार्रवाई. प्रखंड में 583 जल निकायों को अतिक्रमणमुक्त कराने का है लक्ष्य पांच जल निकायों को कराया अतिक्रमण मुक्त शेखपुरा : उच्च न्यायालय के निर्देश पर जिले में जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त किए जाने के मामले में अभी तक एक प्रतिशत की कार्रवाई भी अभी तक नहीं हो सकी है. इस मामले में बानगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2017 4:08 AM

कार्रवाई. प्रखंड में 583 जल निकायों को अतिक्रमणमुक्त कराने का है लक्ष्य

पांच जल निकायों को कराया अतिक्रमण मुक्त
शेखपुरा : उच्च न्यायालय के निर्देश पर जिले में जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त किए जाने के मामले में अभी तक एक प्रतिशत की कार्रवाई भी अभी तक नहीं हो सकी है. इस मामले में बानगी के तौर पर शेखपुरा अंचल पर अगर नजर डाले तो यहां 584 जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त किया जाना है.लेकिन पिछले दो माह के अंतराल में अंचल प्रशासन में मात्र 5 जल निकायों को ही अधिक्रमन मुक्त कराया है. जिले में अतिक्रमण के खिलाफ चल रही प्रशासनिक कार्रवाई की यह जो रफ्तार है,
उसमें इस कार्रवाई का भविष्य नहीं दिख रहा. अतिक्रमण के खिलाफ अंचल प्रशासन के द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में किए जा रहे कार्रवाई में धीमी रफ्तार को लेकर एक बड़ा कारण संसाधनों का अभाव है. इस बड़ी जिम्मेवारी को लेकर अगर अंचल प्रशासन की व्यवस्था पर नजर डालें तो यहां अंचलाधिकारी को अपना वाहन का भी जुगाड़ नहीं है. इसके बाद कर्मियों का अभाव भी प्रशासनिक महकमा के समक्ष चुनौती खड़ा कर रहा है.
अतिक्रमण हटाओ अभियान का क्या है लक्ष्य :
दरअसल जिले के शेखपुरा अंचल कार्यालय में सरकार के निर्देशों के आधार पर 583 जल निकायों अतिक्रमण को मुक्त कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन जल निकायों में 20 तालाबों का गंभीर रूप से अतिक्रमण चिन्हित किया गया है. अब तक कार्रवाई के दौरान 5 तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है. जल निकाय में तालाब के साथ-साथ पैन, आहर और खंधा शामिल है. जिसका लंबे समय तक देखरेख के अभाव में जहां तहां लोगों ने अतिक्रमण कर आलिशान मकान बना लिया. इन्हीं जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में प्रशासनिक महकमा मुहिम चला रही है.
इन स्थानों पर चल रहा विशेष अभियान : अतिक्रमण अभियान को लेकर शहरी क्षेत्र के कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर अंचल प्रशासन युद्ध स्तर पर कागजी कार्रवाई में जुटी है. कार्रवाई के जद में आने वाले जखराजस्थान स्थित 3.55 एकड़ के भूभाग में से लगभग 40 डिसमिल जमीन अतिक्रमण करने वाले 25 लोगों के विरुद्ध नोटिस जारी किया गया है. झख राजस्थान बस पड़ाव के समीप पहाड़ के दक्षिणी हिस्से में लगभग 3 एकड़ भू-भाग की जमाबंदी को रद्द करने की दिशा में अंचल प्रशासन के द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है. उक्त जमीन को पूर्व में कृषि कार्य के लिए बंदोबस्त किया गया था. लेकिन हाल के दिनों में इसकी घेराबंदी कर बेचने की सुगबुगाहट होते ही रोक लगाते हुए अंचल प्रशासन ने यह कदम उठाया है.वह शहर के जमालपुर रोड स्थित मिया पोखर के 1.67 एकड़ भूभाग में अतिक्रमण कर निर्माण कार्य किए जाने की शिकायत पर अंचलाधिकारी ने तत्काल रोक लगाते हुए मापी का निर्देश दिया है.अंचल क्षेत्र के इन इंदाय मो. स्थित राज ट्रांसपोर्ट की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर जहां जांच की प्रक्रिया जारी है. इसके साथ ही शहर के चर्चित बंगाली पोखर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर फिलहाल उच्च न्यायालय में 24 अप्रैल को सुनवाई निर्धारित की है. अंचल प्रशासन की माने तो पटना गांव के लगभग 85 बीघा के बड़े विभाग में बने तालाब के 2 एकड़ हिस्से पर भी अतिक्रमण कर भवन निर्माण कराया गया है. जिसे अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में प्रक्रिया जा रही है.
संसाधनों का है अभाव
अंचल क्षेत्र के लगभग 583 जल निकायों को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की दिशा में चल रहे प्रशासनिक कार्रवाई के लिए अगर अंचल प्रशासन के संसाधनों पर नजर डाले तो यहां अंचल अधिकारी को विभाग द्वारा अपना वाहन भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. इसके साथ ही अंचल कार्यालय शेखपुरा में 17 के बजाय मात्र 5 राज्य कर्मचारी, 06 के बजाए मात्र एक क्लर्क, तीन के बजाए मात्र एक अमीन की तैनाती है. संसाधनों के अभाव के अंचल की स्थिति में 11 राजस कर्मचारियों के यहां तीस-तीस राजस्व ग्राम का बोझ है. कर्मियों के अभाव में अतिक्रमण बाद का रेकर्ड मेंटेन से लेकर नोटिस तामिल करने की दिशा में कार्यवाही रफ्तार नहीं पकड़ पाती है.
क्या कहते हैं सीओ :
अंचल क्षेत्र के 583 जल निकाय एवं अन्य मामलों में अतिक्रमण वाद की कार्रवाई चल रही है. संसाधनों के अभाव में अतिक्रमण की कार्रवाई के निपटारे में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद भी तेज रफ्तार से अतिक्रमण के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है.
पंकज कुमार, अंचलाधिकारी शेखपुरा.

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