तड़पता रहा बालक, नहीं पहुंचे डॉक्टर, गयी जान

दुखद. पीड़ित परिजनों ने चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप शेखपुरा : पीएचसी अरियरी में चिकित्सकों की लापरवाही का शिकार हुए पांच वर्षीय मासूम को मंगलवार के दिन अपनी जान गंवानी पड़ी. अरियरी थाने के फरपर गांव स्थित नदी में स्नान करने के दौरान बालक वहां डूबने लगा, तभी स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उसे गंभीर स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 1:17 AM

दुखद. पीड़ित परिजनों ने चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप

शेखपुरा : पीएचसी अरियरी में चिकित्सकों की लापरवाही का शिकार हुए पांच वर्षीय मासूम को मंगलवार के दिन अपनी जान गंवानी पड़ी. अरियरी थाने के फरपर गांव स्थित नदी में स्नान करने के दौरान बालक वहां डूबने लगा, तभी स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उसे गंभीर स्थिति में पीएचसी अरियरी लाया गया. मंगलवार की दोपहर हुई इस घटना में करीब आधे घंटे तक अपने तड़पते मासूम बच्चे को गोद में लिए परिजन अस्पताल कैंपस में डॉक्टर की तलाश में खाक छानते रहे.
लेकिन, कोई चिकित्सक नहीं पहुंच सके. आखिरकार पीड़ित परिजनों ने एंबुलेंस से बालक को सदर अस्पताल लाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पीड़ित पिता बीरबल चौहान ने बताया कि पांच वर्षीय रूपेश कुमार खेल-खेल में अन्य बच्चों के साथ नदी किनारे चला गया था. इसी क्रम में घटना घट गयी. पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 1:30 बजे दोपहर में पीएचसी अरियरी पहुंचे, तब वहां एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे.
चिकित्सक के नहीं रहने के कारण बच्चे को प्रारंभिक उपचार का भी लाभ नहीं मिल सका. अगर समय पर चिकित्सक वहां मौजूद होते, तो बच्चे की जान बच सकती थी. परिजन श्याम सुंदर कुमार एवं राजद नेता भोला सम्राट ने जिले की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पीएचसी अरियरी में डॉक्टरों की मनमानी चलती है. अस्पताल की स्थिति भयावह होती जा रही है. परिजनों ने कहा कि जिम्मेवार चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई, तो स्वास्थ्य मंत्री के पास जायेंगे.
नदी में डूबे बालक को गंभीर स्थिति में परिजन लाये थे अरियरी पीएचसी

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