मनरेगा घोटाले की जांच के लिए खंगाली जायेंगी 54 और योजनाएं

खुलासा. योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर गठित हुई जिला स्तरीय जांच कमेटी शेखपुरा : मनरेगा योजनाओं में बड़े घोटाले को लेकर चर्चित हुसैनाबाद पंचायत की 54 और योजनाओं को खंगाला जाएगा. इसके लिए जिला स्तर पर जांच कमेटी का गठन कर लिया गया है. पंचायत में ग्रामीणों की शिकायत और जिलाधिकारी के निर्देश के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2017 1:09 AM

खुलासा. योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर गठित हुई जिला स्तरीय जांच कमेटी

शेखपुरा : मनरेगा योजनाओं में बड़े घोटाले को लेकर चर्चित हुसैनाबाद पंचायत की 54 और योजनाओं को खंगाला जाएगा. इसके लिए जिला स्तर पर जांच कमेटी का गठन कर लिया गया है. पंचायत में ग्रामीणों की शिकायत और जिलाधिकारी के निर्देश के बाद यह जांच कमेटी गठित की गई है.अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद पंचायत में मनरेगा योजना के तहत फर्जी जॉब कार्डधारियों के जरिए स्थानीय डाकघर से मजदूरी की फर्जी निकासी का भी मामला सामने आया था.
इस मामले में लोक शिकायत निवारण के द्वारा भी सुनवाई करते हुए शिकायत कर्ताओं को प्राथमिकी दर्ज करने को कहा गया था. इसके पूर्व पंचायत में 24 योजनाओं की जांच हो चुकी है.जिसमें 9 योजनाओं को बिना काम कर आए ही लगभग 25लाख रुपए की फर्जी निकासी का आरोप लगाया गया था. पंचायत के मनरेगा योजना में जारी लूट को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने सर्वप्रथम विभाग के वेबसाइट को योजनावार कई महीनों तक खंगालकर साक्ष्य हटाने का काम किया.
इसके बाद इन योजनाओं पर धरातलीय स्थिति का भी जायजा लेते हुए जिलाधिकारी के समक्ष आवेदन पत्र सौंपकर जांच की मांग की. इस मामले में ग्रामीणों ने मनरेगा में अनियमितता को लेकर पहली शिकायत 8 अगस्त 2016 को किया गया था. जिसमें करीब 3 माह बाद जांच टीम गांव पहुंचकर योजनाओं की जांच की थी. जांच के एक माह बाद ही कमेटी के द्वारा जिलाधिकारी को प्रतिवेदन सौप दिया गया था.
योजनाओं में फर्जी निकासी का लगा है आरोप:
अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद पंचायत अंतर्गत मनरेगा योजना में की गई अनियमितताओं में जांच रिपोर्ट के मुताबिक योजना संख्या 12/2007 -08 में मिट्टी का कार्य के नाम पर 301364 रुपया का भुगतान बिना काम कराए ही किया गया.जबकि इसी प्रकार योजना संख्या 20/ 2015 -16 में भी मिट्टी कार्य के नाम पर 1 लाख 99 हजार 656 रुपया,
योजना संख्या 17/ 2015 -16 में पीसीसी के नाम पर 4लाख 90हजार योजना संख्या 5 /2015- 16 में मिट्टी कार्य के नाम पर 458430, योजना संख्या 18/2015 -16 में पुलिया मिटटी कार्य के नाम पर 327096,योजना संख्या 1/2009 -10 में पुलिया एवं मिटटी कार्य के नाम पर 342152 योजना संख्या 9 /2011 -12 में पौधारोपण के नाम पर 8640,योजना संख्या 1/ 2010 -11 में मिटटी कार्य के नाम पर 340393 एवं योजना संख्या 6 /2012 -13 में पौधारोपण के नाम पर 243564 रुपये की फर्जी निकासी की गई.
कैसे हुआ अनियमितताओं का खुलासा:
अरियरी के हुसैनाबाद पंचायत में चुनावी सियासत को लेकर शुरू हुए घमासान में मात खाने के बाद विपक्षियों ने पंचायत में मनरेगा योजनाओं को लेकर बड़े घपले की आ रही जानकारी को खंगालना शुरू किया. लगभग 18 माह तक चले लंबे पड़ताल के बाद पंचायत के अंदर लगभग 76 ऐसी योजनाएं सामने आए जिसमें पंचायत के मुखिया एवं मनरेगा कर्मियों के द्वारा बड़े घपले को अंजाम देने का खुलासा हुआ. इस मामले में ग्रामीणों ने दो चरणों में जिलाधिकारी के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई.पहले चरण में 22 योजनाओं की जांच करा कर नौ योजनाओं में लगभग 25 लाख के घोटाले का उजागर किया गया है.
वही अब पंचायत में 54 और योजनाओं में जांच कमेटी गठित कर कार्यवाही शुरु की गई है. अरियरी प्रखंड के हुसैनाबाद पंचायत में शुरू हुई जांच की कार्रवाई ने पिछले छः सात सालों की मनरेगा योजना सो खंगालना शुरु किया है. हलाकि इन योजनाओं में जांच सुनिश्चित कराने के लिए ग्रामीणों ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए कामयाबी हासिल की है.
लेकिन अभी उन योजनाओं की संख्या बढ़ गई है जिसमें जांच की कार्रवाई बाकी है. शिकायतकर्ता ग्रामीणों की माने तो पंचायत में मनरेगा योजना के तहत अलंग भराई, पीसीसी से लेकर तालाब खुदाई की योजनाओं में बिना काम कर आए ही बड़े पैमाने पर राशि की फर्जी निकासी की गई है.इन योजनाओं में जांच के बाद ही सारी गड़बड़ियों का खुलासा हो सकेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
ग्राम पंचायत हुसैनवाद पंचायत की मनरेगा योजनाओं में जांच की कार्यवाही कराई गई है. योजनाओं में गड़बड़ियों को लेकर जो स्थिति सामने आए हैं उसका जांच प्रतिवेदन जिला अधिकारी को सौंपा गया है. दूसरे चरण में ग्रामीणों के द्वारा सौपे गए आवेदन के आधार पर 54 और योजनाओं की जांच के लिए जिला स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया है.
निरंजन कुमार झा, डीडीसी शेखपुरा

Next Article

Exit mobile version