शेखपुरा : छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए बिहार के शेखपुरा जिला स्थित फुलचोढ़ गांव के निवासी सीआरपीएफ के जवान रंजीत यादव की शहादत के बाद भी उनके परिजनों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. दरअसल, शहादत के बादबिहार सरकारद्वार आश्रित विधवा को दीगयी सहायता राशि का 5 लाख रुपये का चेक बाउंस हो गया है. इसकी जानकारी देते हुए पीड़ित सुनीता देवी ने बताया कि स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 26 अप्रैल को को 5 लाख रुपये का चेक मुहैया कराया गया था. यह चेक एचडीएफसी शेखपुरा स्थित बैंक खाते का था.
एचडीएफसी बैंक का है चेक
पीड़िता ने बताया कि चेक को जमुई के अलीगंज स्थित एसबीआई शाखा के अपने खाते में डाल दिया गया.लेकिन करीब एक सप्ताह बाद वहां के बैंक कर्मियों के द्वारा चेक बाउंस हो जाने की सूचना दी गयी. पीड़िता ने बताया कि बैंक कर्मियों के मुताबिक एचडीएफसी के चेक में अंकित जिलाधिकारी दिनेश कुमार का हस्ताक्षर नहीं मिलने के कारण चेक बाउंस किया गया. इसके बाद लगातार उक्त राशि का भुगतान पाने के लिए वह बैंकों का चक्कर लगा रही है. पंद्रह दिन वाद भी शहीद के पीड़ितों के इस परेशानी के लिए कोई ठोस पहल नहीं किया जा सका. लेकिन इसके बावजूद भी इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है.
राजद नेता ने किया विरोध
बुधवार को शहीद के पीड़ित परिजनों से मिलने गए राजद के प्रांतीय नेता विजय सम्राट ने चेक बाउंस किए जाने को लेकर जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है. राजद नेता ने कहा कि शहीद के आश्रितों को सहायता के नाम पर अपनाए जा रहे जिला प्रशासन की दोहरी नीति साफ झलकती है. इस मौके पर शहीद के आश्रितों ने यह मांग करते हुए कहा कि निर्गत किया हुआ चेक को प्रशासनिक पहल अकादमी से अविलंब भुगतान कराया जाये.
एचडीएफसी ने दी सफाई
इधर, एचडीएफसी के शाखा प्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि शेर को अलीगंज स्थित एसबीआइ के मुख्य शाखा में जमा कराया गया था. वहां स्कैनिंग के बाद एसबीआइ के द्वारा क्लियरेंस के लिए इमेज कॉपी बैंक प्रबंधन के द्वारा नोएडा भेज दिया गया था. जहां तकनीकी गड़बड़ी के कारण चेक भुगतान होने में मामूली बाधा पहुंची है.लेकिन इस बाधा का त्वरित निष्पादन के लिए एचडीएफसी के द्वारा टीम गठित कर उसे 24 घंटे के अंदर भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार तक लाभुक के खाते में राशि को हस्तांतरित कर दिया जायेगा.
यह भी पढ़ें-
सुकमा हमला: घायल जवान ने कहा- हमने भी मशीनगन से कई नक्सलियों को मार गिराया, मां बोली- मुझे बेटे पर गर्व