सावन के लिए सज-धज कर तैयार पटना के शिवालय, शिवभक्त आज से करेंगे जलाभिषेक, मंदिरों में होगा रुद्राभिषेक
भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन मंगलवार चार जुलाई से शुरू हो गया है. इस वर्ष 59 दिनों के सावन के लिए पटना के शिवालय सज-धज कर तैयार हैं. मंदिरों में सफाई व अन्य तैयारियां पूरी हो गयी हैं. उन्हें रंगीन रोशनी से सजाया गया है.
पटना. भगवान शिव का प्रिय मास सावन मंगलवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और ऐंद्र योग में शुरू हो रहा है. 19 वर्ष के बाद इस बार मलमास होने से 59 दिनों का सावन रहेगा. इसमें कुल आठ सोमवार होंगे. जुलाई में चार व चार अगस्त मास में पड़ेंगे. मलमास वाला सावन 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा. इधर सावन माह के लिए राजधानी पटना के शिवालय सज-धज कर तैयार हैं. मंदिरों में सफाई व अन्य तैयारियां पूरी हो गयी हैं. उन्हें रंगीन रोशनी से सजाया गया है. मंगलवार को शिव भक्त जलाभिषेक करेंगे. मंदिरों में लगने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया है.
फूलों और लाइट से आकर्षक ढंग से सजाए गए मंदिर
बोरिंग रोड चौराहा शिव मंदिर, खाजपुरा शिव मंदिर, पंचशिव मंदिर (कंकड़बाग ), जलेश्वर महादेव मंदिर, विजय नगर (हनुमान नगर) का मानसा पूरण मंदिर, पाटलिपुत्रा साईं मंदिर सहित राजधानी के सभी मंदिरों को शिव भक्तों के लिए फूलों और लाइट से आकर्षक ढंग से सजाया गया है.
मंदिरों में होगा रुद्राभिषेक
शिवालय और मंदिरों में भगवान शिव का रुद्राभिषेक मंगलवार से शुरू हो जायेगा. इसके लिए विशेष तैयारी किया गया है. पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में आज 45 शिवभक्त रुद्राभिषेक का अनुष्ठान संपन्न करेंगे. महावीर मंदिर में सुबह पांच बजे से रात दस बजे तक चलेगा.
सावन में भोलेनाथ आते हैं ससुराल
आचार्य राकेश झा ने बताया कि महादेव को सावन का महीना प्रिय होने का कारण यह भी है कि भगवान शिव सावन के महीने में पृथ्वी पर अवतरित होकर ससुराल गये थे और वहां उनका स्वागत अर्घ्य और जलाभिषेक से किया गया था. इसीलिए प्रत्येक वर्ष सावन माह में भगवान शिव ससुराल आते हैं. भू-लोक वासियों के लिए शिव कृपा पाने का यह उत्तम समय होता है.
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सावन के आठ सोमवारी
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10 जुलाई – प्रथम सोमवार
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17 जुलाई- हरियाली अमावस्या व दूसरा सोमवार
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24 जुलाई – तीसरा सोमवार
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31 जुलाई – चतुर्थ सोमवार, प्रदोष व्रत
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7 अगस्त- पांचवां सोमवार
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14 अगस्त – छठा सोमवार व सोम प्रदोष व्रत
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21 अगस्त – सातवां सोमवार, नाग पंचमी
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28 अगस्त- आठवां व अंतिम सोमवार