नव वर्ष को लेकर भागलपुर में सज गयी दुकान, एक करोड़ रुपये का होगा मटन, चिकेन व मछली का कारोबार
ठंड बढ़ने व नववर्ष नजदीक आने पर खुदरा मे खड़ा चिकेन 120 से बढ़ कर 140 से 150 रुपये किलो तक हो गया. एक थोक चिकेन कारोबारी ने बताया उनका एक दिन में कम से कम 40 क्विंटल से अधिक चिकेन की बिक्री होगी.
भागलपुर. नववर्ष को लेकर मटन, चिकेन व मछली की दुकानों पर रौनक बढ़ने लगी है. कारोबारियों के अनुसार नव वर्ष का रौनक तीन दिनों तक रहती है. 50 लाख रुपये से अधिक का चिकेन व अंडा और 50 लाख रुपये से अधिक का मटन व मछली की ब्रिक्री होगी.
चिकेन के थोक व्यावसायियों ने बताया कि भागलपुर में चार दिनों के दौरान 300 क्विंटल से अधिक चिकन की ब्रिक्री की संभावना है. “150 किलो खड़ा व 210 रुपये तक बना हुआ चिकेन बिक रहा है.
ठंड बढ़ने व नववर्ष नजदीक आने पर खुदरा मे खड़ा चिकेन 120 से बढ़ कर 140 से 150 रुपये किलो तक हो गया. एक थोक चिकेन कारोबारी ने बताया उनका एक दिन में कम से कम 40 क्विंटल से अधिक चिकेन की बिक्री होगी.
400 क्विंटल चिकेन में 40 लाख से अधिक का कारोबार होगा. मटन कारोबारी ने बताया कि नववर्ष को लेकर मटन की बिक्री तिगुनी होगी. अभी 650 रुपये तक मटन बिक रहे है. नववर्ष के मौके पर तीन दिनों में 90 से अधिक खस्सी की बिक्री होगी, जिससे तीन लाख रुपये का कारोबार होने की संभावना है.
दूसरे थोक मटन दुकानदार ने बताया कि शहर में 200 से अधिक दुकानें हैं, जो औसत 10 हजार रुपये रोजाना मटन का कारोबार करेंगे, जबकि शहर में थोक कारोबारी भी 15 से अधिक की संख्या में है.
खड़ा चिकेन व अंडे की खूब हुई बिक्री हो रही है. मछली बाजार मे सटॉक बढ़ाया गया है. नववर्ष के मौके पर दो दिन पहले ही खड़ा चिकेन व अंडे की खूब बिक्री हुई. अभी 160 से 200 रुपये केरेट तक अंडे की बिक्री हो रही है.
एक केरेट में 30 अंडे होते है. थोक मछली कारोबारी दीपक साह ने बताया कि अभी लोकल जिंदा रेहू 180 से 220 रुपये किलो, कतला 250 से 280 रुपये किलो, आंध्रप्रदेश की मछली 120 से 140 रेहू, सिलन 95 से 110 रुपये किलो बिक रहे है.