भागलपुर में हो रहा गजब खेला ! जमीन सरकार की, कब्जा ठेले-खोमचे वालों का और अवैध किराया वसूल रहे दुकानदार
Bhagalpur news: भागलपुर में सरकार की जमीन पर कब्जा करने वाले ठेले और खोमचे वालों से अब उनके पीछे मौजूद शटर वाले दुकानदार अवैध रूप से किराया वसूल रहे हैं. प्रतिदिन एक सौ से दो सौ रुपये किराया वसूलने वाले ऐसे शटर वाले दुकानदारों पर पुलिस व प्रशासन की नजर नहीं पड़ी है.
भागलपुर: जाम के प्रमुख कारणों में से एक अतिक्रमण के लिये भले ही हम प्रशासन और पुलिस को जिम्मेदार ठहराते रहे. आय दिन पुलिस व प्रशासनिक कर्मियों द्वारा सड़कों के किनारे दुकान लगाने और अतिक्रमण को शह देने के भी आरोप लगते रहे हैं. पर विगत कुछ सालों से यह ट्रेंड अब बदल रहा है.
सरकार की जमीन पर कब्जा करने वाले ठेले और खोमचे वालों से अब उनके पीछे मौजूद शटर वाले दुकानदार अवैध रूप से किराया वसूल रहे हैं. प्रतिदिन एक सौ से दो सौ रुपये किराया वसूलने वाले ऐसे शटर वाले दुकानदारों पर पुलिस व प्रशासन की नजर नहीं पड़ी है. चाहे वह तिलकामांझी हो या भीखनपुर का इलाका, स्टेशन चौक हो या खलीफाबाग चौक विगत एक वर्षों से शटर वाले दुकानदार अपने दुकानों के सामने ठेले और खोमचे लगवाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं.
तिलकामांझी में फुटपाथ बना फुटकर विक्रेताओं का अड्डा
तिलकामांझी इलाके में जेल रोड हो या बरारी रोड, मेडिकल कॉलेज रोड हो या पुलिस लाइन रोड सड़कों के किनारे दर्जनों ठेले और खोमचे वाले अपनी दुकानों को सजा लेते हैं. चाहे जाम लगे या वाहनों को पार्किंग के लिये स्थल न मिले ये ठेले खोमचे वाले अपनी अस्थायी दुकानों को एक डेग भी हिलाते तक नहीं.
एक सप्ताह पूर्व ही जब तिलकामांझी चौक के चारों तरफ जाने वाले रास्ते पर लगने वाले जाम और फुटपाथ पर होने वाले अतिक्रमण को अपने स्तर पर हटाने पहुंची तो उन्हें जवाब मिला कि वे लोग दुकान लगाने के लिये हर रोज किराया देते हैं. जिसका किराया वे लोग उनके पीछे मौजूद शटर वाले दुकानदारों को पहुंचाते हैं. इंस्पेक्टर रैंक के एक पदाधिकारी को जब यह जानकारी मिली तो उन्होंने कुछ फुटकर विक्रेताओं से बातचीत कर इस संबंध में सबूत जुटाये. पर आगे की कार्रवाई नहीं हुई.
खलीफाबाग चौक पर संडे मार्केट से लेकर शाम के बाजार का बनता है किराया
खलीफाबाग चौक स्थित सूजागंज मार्केट में लगने वाला संडे मार्केट हो या हर रोज शाम में लगने वाले खान पान के ठेले सभी का अमूमन एक ही हाल है. इस बारे में जब फुटकर विक्रेताओं से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे लोग दुकान लगाने का किराया उन दुकानदारों को देते हैं जिनकी दुकान के सामने वे अपने ठेलों को लगाते हैं. बता दें कि खलीफाबाग चौक का इलाका आय दिन जाम का प्रमुख केंद्र है. ऐसे जगहों पर अगर यह व्यवस्था बनी हुई है तो इस पर पुलिस व प्रशासन को ध्यान देना होगा.
स्टेशन चौक पर पुलिस पिकेट से सटकर लगती है दुकानें
रेलवे स्टेशन के बाहर के इलाके को शहर का आइना कहा जाता है. शहर में आने वाले दूसरे जिलों, राज्यों के लोग स्टेशन को देख यह अंदाजा लगा लेते है कि शहर कितना समृद्ध है. पर भागलपुर स्टेशन चौक पर फैली अव्यवस्था पर शायद किसी की नजर नहीं है. स्टेशन परिसर से बाहर निकलते ही सड़क किनारे चारों तरफ अतिक्रमणकारी दुकानदारों की वजह से आय दिन जाम की स्थिति बनी रहती है.
स्टेशन चौक के पास भी फुटकर दुकानदारों का कब्जा
स्टेशन चौक पर जहां भागलपुर पुलिस का पिकेट है और वहां पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी है उससे सटे हुए करीब एक दर्जन फुटकर दुकान शामिल हैं. वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि उक्त जगह पर पुलिस कर्मियों द्वारा फुटकर दुकानदारों से दुकान लगाने के बदले में अवैध वसूली की जाती है. वहीं स्टेशन परिसर के मुहानों पर रेलवे परिसर में बैठने वाले कुछ दबंग लोग अवैध किराया की वसूली करते हैं. पुलिस के सामने होने वाले इस अतिक्रमण पर कभी कभार ही कार्रवाई हुई. कार्रवाई के बाद दुकानें हटती हैं पर एक सप्ताह के बाद दोबारा वहीं खेल शुरू हो जाता है.