फिर क्या था मां बाप की इच्छा को पूरा करने के लिए बेटा और बहू ने एक बहंगी तैयार करने के बाद श्रवण कुमार की तरह उन्हें कंधे पर लेकर बाबा का दर्शन करवाने के लिए बाबाधाम (देवघर) के लिए निकल पड़े.
बिहार के जहानाबाद के रहने वाले चंदन कुमार और उनकी पत्नी रानी देवी सावन मेला में अपने माता-पिता को उसी तरह तीर्थ (बाबाधाम की यात्रा) पर निकला है जैसे कभी श्रवण कुमार अपने माता -पिता को तीर्थ पर लेकर गए थे.
पति और पत्नी सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर के लिए निकल गए हैं. मुंगेर में हमारे संवाददादता से बात करते हुए चंदन कुमार ने कहा कि मेरा परिवार धार्मिक प्रवृति का है. प्रत्येक माह हम लोग सत्यनारायण भगवान की पूजा करते हैं. इसी दौरान मां और पिता जी ने देवघर में बाबाबैजनाथ का दर्शन करने की इच्छा जाहिर किया. उनकी इच्छा पूरा करने के लिए पति पत्नी तीर्थयात्रा पर निकल गए.
चंदन की मां अपने बेटे और बहू के इस तपस्या पर कहा कि हम लोग तो अपने बेटे बहू को आशीर्वाद ही दे सकते हैं. बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना है कि मेरे पुत्र को सबल बनाएं.