Shravani Mela: पूजन और आरती के लिए बंद नहीं होगा जलाभिषेक, सावन सोमवारी पर होगा बाबा गरीबनाथ का शृंगार
Shravani Mela: सोमवार की शाम में पूजन और शृंगार के समय गर्भगृह बंद किया जाएगा. भक्तों के दर्शन के लिए गर्भगृह रविवार की शाम अरघा लगने तक खुला रहेगा. इसके बाद भक्त सोमवार शाम में ही बाबा का दर्शन कर पाएंगे.
मुजफ्फरपुर. सावन के प्रत्येक रविवार को इस बार पूजन और आरती के लिए जलाभिषेक नहीं रोका जाएगा. रविवार शाम में गरीबनाथ मंदिर के बाहर अरघा लगा दिया जाएगा. इसके बाद सोमवार दोपहर तक लगातार जलाभिषेक होगा. जब तक कांवरिये आते रहेंगे, जलाभिषेक नहीं रोका जाएगा. इस दौरान गर्भगृह के अंदर पूजन और आरती भी होगी, लेकिन अरघा से जलाभिषेक जारी रहेगा.
शृंगार के समय गर्भगृह बंद किया जाएगा
सोमवार की शाम में पूजन और शृंगार के समय गर्भगृह बंद किया जाएगा. भक्तों के दर्शन के लिए गर्भगृह रविवार की शाम अरघा लगने तक खुला रहेगा. इसके बाद भक्त सोमवार शाम में ही बाबा का दर्शन कर पाएंगे. इस दौरान वे मंदिर के बाहर लगे एलइडी स्क्रीन पर बाबा का दर्शन करेंगे. भक्तों को आसानी से जलाभिषेक करने के लिए मंदिर के अंदर लगी बैरिकेडिंग को भी दुरुस्त किया जा रहा है. यहां अलग से लाइट भी लगायी जा रही है.
पहली सोमवारी को फूलों से होगा बाबा का महाशृंगार
इस बार पहली सोमवारी को बाबा गरीबनाथ का फूलों से महाशृंगार किया जाएगा. गुलाब, गेंदा, सोमवार की शाम बाबा का षोड्शोपचार पूजन के बाद पुजारी बाबा को चमेली सहित कई तरह के फूलों से सजाएंगे. इस दौरान गर्भगृह बंद रहेगा. शृंगार के बाद बाबा के दर्शन के लिए गर्भगृह खोला जाएगा. इसके बाद महाआरती होगी, जिसमें भक्त मौजूद रहेंगे. मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने कहा कि सावन की चारों सोमवारी को बाबा का शृंगार किया जाएगा. सावन पूर्णिमा को बर्फ की सिल्लियों से बाबा का महाशृंगार होगा.
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सावन मास में भगवान शिव की पूजा सामग्री
सावन में भगवान शिव की पूजा के लिए ये सामग्री बेहद जरूरी होती है. फूल, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगाजल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार सामग्री लें.
सावन व्रत और पूजा-विधि
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– सावन महीने में सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
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– आस पास स्थित शिव मंदिर में जाकर शिवजी के दर्शन करें.
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-शिवलिंग पर गंगाजल और दूध से अभिषेक करें.
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– भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल और दूध अवश्य शामिल करें.
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– सावन माह में शिवजी के जलाभिषेक के दौरान “ओम् नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें.
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– पूजा के अंत में शिव चालीसा का पाठ करें.
सावन माह में सोमवार व्रत की तिथि
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गुरुवार, 14 जुलाई श्रावण मास का पहला दिन
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सोमवार, 18 जुलाई सावन सोमवार व्रत
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सोमवार, 25 जुलाई सावन सोमवार व्रत
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सोमवार, 01 अगस्त सावन सोमवार व्रत
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सोमवार, 08 अगस्त सावन सोमवार व्रत
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शुक्रवार, 12 अगस्त श्रावण मास का अंतिम दिन