Shravani Mela: 140 किलो का आकर्षक कांवर देखने जुटी भीड़, तेज धूप व फिसलन भी नहीं रोक पाए कांवरियों के कदम
Shravani Mela: श्रावणी मेला के दूसरे दिन शुक्रवार को पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठा कर लगभग 60 हजार कांवरिया देवघर गये. सरकारी आंकड़े के अनुसार 315 डाकबम (एक महिला) और 40084 सामान्य कांवरियाें ने बाबाधाम के लिए प्रस्थान किया.
सुलतानगंज. बारिश नहीं होने से सड़क पर कांवरियों को चलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. तेज धूप में भी कांवरिया का पैर नहीं रुक रहे हैं. बोल बम का नारा लगाते कांवरिया अनवरत बाबाधाम को जा रहे हैं. शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे तेज धूप से कांवरियाें का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया था. खासकर महिलाएं व बच्चे सड़क के किनारे-किनारे धूप से बचने के लिए चलते दिखे. कई कांवरियाें ने बताया कि बारिश नहीं होने से तेज धूप में कठिनाई तो जरूर हो आ रही है, लेकिन बाबा के भक्त हैं, वे सारे कष्ट दूर कर देंगे. बोल बम के जयकारों के साथ यात्रा करने का आनंद और बाबा तक पहुंचने का उमंग जारी है.
मैं बाबा का भक्त हूं, कोरोना दूर रहोकोरोना ने दो साल यात्रा को रोक दिया. बाबा से मिलने से वंचित कर दिया. लेकिन अब कोरोना बाबा से मिलने के लिए नहीं रोक पायेगी. सिलीगुड़ी से पहुंचे कांवरियाें ने कहा कि पूरी दुनिया को झकझोर देने वाली कोरोना ने हमारी यात्रा पर जरूर विराम लगा दिया, लेकिन बाबा का शक्ति मेरे साथ है. फिर से मैंने बाबा से मिलने की यात्रा शुरू की है. लेकिन अब कोरोना का डर इस यात्रा के दौरान नहीं है. भले ही हमें सतर्क और सजग रहना है. बाबा हमारे साथ हैं. हम शिव भक्त हैं. कांवरिया पथ पर उमड़ी रही शिवभक्तों की भीड़ से पूरा माहौल भक्तिमय है.
श्रावणी मेला में ‘बोलबम’ चार अक्षरों का एक छोटा, किंतु अद्भुत,धार्मिक एवं आध्यात्मिक मंत्र है. ‘बम’ ओउम का दूसरा रूप है, जो बीज रूप ओम अर्थात ओमकार शिव का ही प्रतीक है. इसलिए तो कष्ट साध्य यात्रा का एक मात्र संबल ‘बोलबम’ होता है. ‘बोलबम’ बोल कर श्रद्धालु सुलतानगंज से देवघर तक की यात्रा तय करते हैं. लाखों भक्त श्रावणी मेला में पहुंच रहे हैं. लेकिन कोई भी कांवरिया बिना ‘बोलबम’ बोले देवघर तक नहीं पहुंच पाता है. लाखों लोगों के समवेत ध्वनि से ‘बोलबम’ सिद्ध मंत्र बन गया है. बोल बम बोलने वाले पर बाबा अपनी विशेष कृपा प्रकट करते हैं. कांवरिया पथ पर बोलबम का घोष अनवरत गूंजता है. बोलबम से अदृश्य शक्ति कांवरियाें को मिलती है, जिससे बाबा दरबार बोलबम के सहारे पहुंच जाते हैं.
अजगैवीनाथ गंगा घाट पर फिसलन से कांवरियाें को हो रही है परेशानीअजगैवीनाथ गंगा घाट पर फिसलन से कांवरिया को परेशानी हो रही है. जीओ बैग फट जाने से मिट्टी व बालू बाहर निकल गया है, जिससे फिसलन उत्पन्न हो रही है. खासकर गंगा में स्नान करने के बाद ऊपर आने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. घाट पर पंडा ने बताया कि फिसलन के कारण कई कांवरिया गिर पड़े.