श्रावणी मेला: सावन की पहली सोमवारी कल, सुलतानगंज से जल चढ़ाने के लिए 40 हजार से अधिक कांवरिया बाबाधाम रवाना
सावन सोमवारी का पहला व्रत 10 जुलाई को है. इस दिन रवि नामक सुंदर योग बन रहे हैं और पंचक काल भी समाप्त हो रहा है. ऐसे में पहली सोमवारी पर जलार्पण की मनोकामना को लेकर शनिवार को सुलतानगंज से 40 हजार से अधिक कांवरिये बाबाधाम के लिए रवाना हुये.
सावन की पहली सोमवारी पर जलार्पण की मनोकामना को लेकर शनिवार को सुलतानगंज से 40 हजार से अधिक कांवरिये बाबाधाम के लिए रवाना हुये. पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट पर सुबह से दोपहर तक बोल बम के जयकारे लगाते हुए अजगैवीनगरी से बाबाधाम की कांवरिये रवाना हुए. दोपहर बाद फिर से गंगा तट व कांवर पथ पर कांवरियों की भीड़ देखी गयी.
इस बार दो जगह हो रहा सांस्कृतिक कार्यक्रम
कांवरियों ने बताया कि पहली सोमवारी पर जलार्पण के लिए शनिवार को गंगाजल उठाये हैं. सावन कृष्ण पक्ष षष्टी को गंगाजल पवित्र तिथि में भरने वाले कांवरियों ने बताया कि सुलतानगंज से बाबाधाम जाने का सिलसिला लगातार जारी है. दो जगह इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहा है. इससे कांवरियों की थकान दूर हो रही है.
भीड़ के मद्देनजर प्रशासन की पुख्ता तैयारी
श्रावणी मेला के मुख्य नियंत्रण कक्ष के अनुसार शनिवार को 245 डाक बम में से 3 महिला और 29 हजार 83 कांवरियों ने शाम पांच बजे तक गंगाजल भरा. शाम के बाद देर रात तक भी कांवरियों के जत्थे रवाना होते देखे गये. रविवार को डाक बम की भीड़ उमड़ेगी. जिसके मद्देनजर प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. बताते चलें कि पहली सोमवारी को लेकर रविवार को डाकबम आयेंगे. गंगा जल लेकर 24 घंटा में बाबा मंदिर पहुंचते हैं. जिसके लिए प्रमाण पत्र की सुलभ व्यवस्था जिला प्रशासन ने किया है.
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पहली सोमवारी पर बन रहा है शुभ योग
सावन सोमवारी का पहला व्रत 10 जुलाई को है. इस दिन रवि नामक सुंदर योग बन रहे हैं और पंचक काल भी समाप्त हो रहा है. साथ ही गुरु और चंद्रमा के एक राशि में होने पर गजकेसरी नामक शुभ योग भी बन रहा है. इससे सावन का पहला सोमवारी का महत्व बढ़ गया है. इसके साथ ही पुरुषोत्तम मास के स्वामी श्रीहरि हैं. इससे सावन में हरि और हर दोनों की कृपा प्राप्त करने का शुभ संयोग बन रहा है.