सुल्तानगंज ‘बोल बम और हर हर महादेव’ के जयघोष से गूजने लगा है. भागलपुर जिला प्रशासन की ओर से बाहर से आने वाले श्रद्धालु को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो इसको लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. करीब एक माह तक चलने वाले इस श्रावणी मेला में बिहार और झारखंड से ही नहीं बल्कि कई अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं.
इसकी बानगी दिखने लगी है. मुम्बई, राजस्थान के बाद अब यहां सिक्कम के श्रद्धालु भी पहुंचने लगे हैं. सिक्कम से आयी महिला भी बाबा के दर्शन करने के लिए पैदल सुल्तानगंज से देवघर जायेंगी. चार दिनों का यह सफर तय करने से पहले इन लोगों ने सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान किया. दो साल बाद इस वर्ष आयोजित श्रावणी मेला को लेकर पहले आशंका लगायी जा रही थी कि इस बार श्रावणी मेला में भीड़ नहीं जूटे. लेकिन, श्रावणी मेला के शुभारंभ होने से पहले जिस प्रकार से भीड़ उमड़ी है उससे साफ लगने लगा है कि यह भीड़ अपना पिछला सभी रिकार्ड को तोड़ देगा. बताते चलें कि दो वर्ष पूर्व श्रावणी मेला में करीब 40 लाख लोग पहुंचे थे. इस वर्ष यह अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब एक करोड़ लोग यहां पहुंचेंगे.
हालांकि बिहार में भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में श्रावणी मेला और कांवर यात्रा का गुरुवार को उद्घाटन होना है. बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद अजगैवीनाथ धाम के नमामि गंगे घाट पर उद्घाटन करेंगे. लेकिन इससे पहले ही कई कांवरिये गुरु पूर्णिमा से ही गंगा स्नान कर जल लेकर झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हो गए.