बाबा नगरी में आज से श्रावणी मेले की शुरुआत हो गयी और बाबाधाम बोलबम के जयकारे से गूंज उठा. हर तरफ गेरुआ वस्त्रधारियों से पटा है. इस दौरान कांवरिये घाटों से जल उठाकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए जाते हैं. इसी कारण से भागलपुर, मुंगेर, बांका, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, गोपालगंज समेत अन्य जिलों की सड़कों पर भी दबाव बढ़ जाता है. इन्हीं यातायात की मुश्किलों को कम करने के लिए बिहार में कई वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं.
कांवरिये आम तौर पर शनिवार को जल उठाकर सोमवार को भगवान शिव को जल चढ़ाते हैं. इसलिए सप्ताहांत में सड़कों पर दबाव बढ़ जाता है. इसी कारण से भीड़ के दबाव को देखते हुए कई सड़कों पर यातायात में बदलाव किया जाता है. इस बार भी श्रावणी मेला के दौरान कांवर पथ पर और मुख्य सड़कों पर दबाव कम करने के लिए कई वैकल्पिक मार्ग शुरू किए गए हैं.
सुल्तानगंज से बाबाधाम की दूरी कच्चा कांवरिया पथ होकर 95 किमी है. इसी कारण से सुल्तानगंज मेला परिसर में गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. भागलपुर से सुल्तानगंज की तरफ जाने वाली गाड़ियां अकबरनगर से सुल्तानगंज और असरगंज होकर जाएंगी. वहीं, मुंगेर की तरफ से आने वाली गाड़ियों को बरियारपुर से मोड़ दिया जाएगा. इसके साथ ही सुल्तानगंज के बाहर तीन सड़कों के किनारे पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है.
वहीं भागलपुर के बरारी स्थित पुल घाट और एसएम कॉलेज घाट से श्रद्धालु हर रविवार को गंगा जल लेकर बांका के अमरपुर स्थित जैठौड नाथ मंदिर में जल चढ़ाने जाते हैं. इस दौरान श्रद्धालु 31 किमी दूर जैठोरनाथ मंदिर का सफर पैदल पूरा करते हैं. बड़ी संख्या में कांवरिया अब तक कचहरी, भीखनपुर, भोलानाथ पुल, बागबाड़ी के रास्ते होकर जाते थे. वहीं इस बार कांवरिया बरारी बायपास से सीधे फ्लाईओवर होकर अलीगंज के रास्ते जल चढ़ाने के लिए जायेंगे.
मुजफ्फरपुर शहर के इंट्री प्वाइंट व एनएच के प्रमुख चौक-चौराहे पर जिला प्रशासन के निर्देश पर श्रावणी मेले के रूट चार्ज का बोर्ड प्रदर्शित किया गया है. डीटीओ सुशील कुमार ने बताया कि श्रावणी मेले को लेकर शनिवार की दोपहर से सोमवार की दोपहर तक एनएच व शहर के रूट में कुछ बदलाव और कुछ जगहों पर रोक रहेगी. इसके लिए शहर व एनएच का रूटचार्ट बनाया गया है. उस दौरान लोगों को आवागमन में परेशानी न हो. इसको लेकर रूट चार्ट का बोर्ड लगाया गया है.
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मुजफ्फरपुर के कलेक्ट्रेट कैंपस से इसकी शुरुआत की गयी. इसके बाद बैरिया गोलंबर, भगवानपुर, गोबरसही, सकरी, रामदयालु, जीरोमाइल सहित अन्य प्रमुख चौक-चौराहों पर लगाया जायेगा, ताकि लोगों को उस तीन दिन के रूट की पूरी जानकारी रहे और वे तय रूट के अनुसार अपने गंतव्य स्थान की ओर से रवाना हों. उन्होंने बताया कि पटना एनएच का दोनों लेन शनिवार से सोमवार की दोपहर तक गाड़ियों के लिए बंद रहेगा. लोग रूट चार्ट में दर्ज मार्ग से पटना, समस्तीपुर, मोतिहारी, सीतामढ़ी, मधुबनी की ओर आयेंगे व जायेंगे.