Bihar News : 1 जनवरी 2021 से पहले बिहार में सियासी उबाल आ गया है. राजद नेता श्याम रजक (Shyam Rajak) ने जेडीयू के 17 विधायकों के टूटने की बात कही है, जिसके बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. श्याम रजक का यह बयान उस वक्त सामने आया है, जब राज्य में बीजेपी और जेडीयू के बीच अंदरुनी घमासान जारी है.
श्याम रजक राजद के कद्दावर नेता हैं. इससे पहले वे जेडीयू में थे, हालांकि रजक की राजनीतिक शुरूआत लालू यादव के साथ ही हुई. रजक एक वक्त में लालू यादव के करीबी नेता माने जाते थे. उन्हें राजनीतिक गलियारों में लालू के श्याम नाम से जाना जाता था.
फुलवारीशरीफ से रह चुके हैं विधायक– बता दें कि एक उपचुनाव को छोड़ दें तो 1995 से लगातार श्याम रजक यहां से जीतते और मंत्री बनते रहे हैं. हालांकि इसबार रजक विधानसभा पहुंचने में नाकाम रहे.
नीतीश सरकार में रह चुके हैं मंत्री– श्याम रजक नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वे खाद्य उपभोक्ता सहित कई मंत्रालयों को संभाल चुके हैं. श्याम रजक जेडीयू के महासचिव भी रह चुके हैं. हालांकि 2020 से पहले वे जेडीयू छोड़कर राजद में शामिल हो गए थे.
बयान के पीछे का सियासी गणित– बताया जा रहा है कि श्याम रजक ने यह बयान जेडीयू बीजेपी के रिश्ते में आई खटास के बीच दिया है. ऐसे में जेडीयू और बीजेपी के बीच पॉलिटिकल प्रेशर शुरू हो सकता है. वहीं श्याम रजक के इस बयान से उनका राजद के अंदर और कद बढ़ सकता है.
Posted By : Avinish kumar mishra