पटना. उद्योग विभाग की ब्रांड एंबेसडर और लोक गायिका मैथिली ठाकुर को चुनाव आयोग ने बिहार के लिए अपना आइकॉन बनाया है. आयोग की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गयी है. मैथिली 2024 लोकसभा चुनाव तक मतदाताओं के बीच जागरूकता अभियान चलाएगी. मैथिली ठाकुर इससे पहले 2019 में मधुबनी जिले की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी है.
इसके बाद उद्योग विभाग ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया. बिहार में खादी, हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए मैथिली काम कर रही हैं. अब इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने भी मैथिली ठाकुर को अपना आइकॉन बनाया है. अब मैथिली के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. 25 साल की मैथिली ठाकुर मतदाताओं को वोट के प्रति जागरूक करेंगी.
मैथिली ठाकुर संगीत की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम है. वो इंडियन आइडल, सारेगामापा सहित कई सिंगिंग रियालटी शो में शामिल हो चुकी है और अपनी प्रतिभा दिखा चुकी है. वो हिन्दी, भोजपुरी, मैथिली, पंजाबी, राजस्थानी सहित कई अन्य भाषाओं में गीत गाती हैं. भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत में प्रशिक्षित ठाकुर को हाल ही में 2021 के लिए बिहार के लोक संगीत में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी के उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के लिए भी चुना गया था.
चुनाव आयोग द्वारा बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ईसीआई ने मैथिली ठाकुर, लोक गायिका को बिहार के स्टेट आइकॉन के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. राज्य चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गायक चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए मतदाताओं में जागरूकता पैदा करेंगी. मैथिली के पिता ने इस उपलब्धि पर कहा कि हम चुनाव आयोग और बिहार सरकार के आभारी हैं. चुनाव आयोग द्वारा आइकॉन बनाए जाने पर मैथिली ठाकुर ने खुशी व्यक्त की. कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है. बस लोगों का आशीर्वाद यूं ही बना रहे.