बिहार: पंचायती राज विभाग के जूनियर इंजीनियर का अपहरण! पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, जानें क्या है पूरा मामला
बिहार के सीतामढ़ी में पंचायती राज विभाग के कनीय अभियंता के अपहरण की सूचना से पूरे जिले के पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि, पूरे मामले का खुलासा पुलिस के द्वारा थोड़ी देर जब हुआ तो सभी चौंक गए.
बिहार के सीतामढ़ी में पंचायती राज विभाग के कनीय अभियंता के अपहरण की सूचना से पूरे जिले के पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा था कि कनीय अभियंता कुणाल कुमार का बीपीआरओ कार्यालय से कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया. चारों ओर इस बात की चर्चा जोर शोर से होने लगी. सूचना पर थानाध्यक्ष मोसिर अली दल बल के साथ बीपीआरओ कार्यालय पहुंचे और मामले की जांच शुरू की. कार्यालय में कई लोगों से मामले में पूछताछ की गयी. पुलिस जेई के दुश्मनों के साथ दोस्तें के बारे में भी सूचना ले रही थी. इस बीच उनके धरहरवा गांव में होने की सूचना मिली.
अपहरण की बात निकली झूठी
जांच करने के दौरान कुछ ही घंटे में पुलिस ने जेई कुणाल कुमार को धरहरवा गांव स्थित नीतीश ठाकुर के घर से सकुशल बरामद कर लिया. बरामदगी के बाद जेई कुणाल ने सारे घटना क्रम पर विराम लगाते हुए कहा कि वे अपनी स्वच्छता से नीतीश ठाकुर के घर गए थे. अपहरण की बात पूरी तरह से अफवाह है. जानकारी के मुताबिक जेई के बीपीआरओ कार्यालय से अपहरण की सूचना पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. हर तरफ यह बात फैली की जेई को संवेदक नीतीश ठाकुर द्वारा कार्यालय से जबरन उठा लिया गया है. लेकिन पुलिस जब कुणाल को तलाश करते नीतीश ठाकुर के घर पहुंची तो वहां वे नाश्ता करते मिले. फिर कुणाल ने सारी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि वह अपनी मर्जी से नीतीश के साथ गए थे. अपहरण की बात पूरी तरह से अफवाह है.
पुलिस प्रशासन ने ली चैन की सांस
जूनियर इंजीनियर के अपहरण की झूठी निकलने के बाद पुलिस प्रशासन ने चैन की सांस ली. थानाध्यक्ष मोसिर अली ने बताया कि अपहरण की सूचना पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. फिर, जूनियर इंजीनियर को उसके दोस्त के घर से सकुशल बरामद किया गया. अपरहण की बात झूठ निकली. मामले में कोई केस अभी दर्ज नहीं किया गया है. बीपीआरओ कार्यालय के एक कर्मचारी ने बताया कि अपहरण की अफवाह कैसे फैली इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है. मगर, सूचना पर लोगों ने पुलिस को खबर दे दी.