लौकहा थाना क्षेत्र के प्लस टू उच्च विद्यालय के पास हथियारों से लैस करीब डेढ़ दर्जन डकैतों ने कपड़ा कारोबारी के घर भीषण डाका डाला. घटना एसएसबी कैंप से महज डेढ़ सौ से दो सौ गज की दूरी पर हुई. डकैतों ने कपड़ा कारोबारी के घर से 1.40 लाख नकदी, सोना व चांदी के करीब दो लाख से अधिक के जेवरात की लूट की. दहशत फैलाने के लिए डकैतों ने जमकर फायरिंग की व बम भी फोड़े. हालांकि, पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की, लेकिन अपराधी लूटपाट करने के बाद आराम से भाग निकले.
गृहस्वामी गोपेन चंद्रसेन के अनुसार वे और उनकी पत्नी आशा सेन तथा उनकी बच्ची प्रियंका कुमारी एक कमरे में सो रहे थे. इसी बीच बिजली चमकने की रोशनी जैसे कुछ दिखाई दिया. वे गेट खोलकर आंगन में आए. देखा कि कोई गैस कटर से मकान के पीछे का लोहे का गेट काट रहा है. उन्होंने आवाज दी तो सामने से चुप रहने की चेतावनी दी गयी. सभी अपराधी मकान के पीछे दो बांस के सीढ़ी लगाकर अंदर प्रवेश किया. फिर गैस कटर से घर का मुख्य प्रवेश द्वार काट कर अंदर आये. डकैत दो लोहे का गेट काटकर अंदर प्रवेश किया और एक के बाद एक तीन कमरा को तोड़कर एक लाख 40 हजार नकद, चार तोला सोना तथा पांच चांदी का सिक्का लूट लिया.
गृहस्वामी ने बताया तब तक वे मोबाइल फोन से पुलिस और बाजार के कुछ लोगों को सूचना दी. वह मकान के बाहर निकलने की कोशिश करने लगे, लेकिन दरवाजे पर भी पांच की संख्या में डकैत गोली मार देने की धमकी देते हुए घर के अंदर ही रहने को कहा. डर से गृहस्वामी अपने बच्चों के साथ एक कमरे में बंद कर लिया. इधर, सूचना मिलते ही लौकहा थानाध्यक्ष संतोष कुमार मंडल दल बल के साथ घटनास्थल की ओर आये. डकैतों ने पुलिस को आता देख ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में पुलिस व कुछ ग्रामीणों ने भी फायरिंग की.
डकैतों ने अपने को घिरते देख पुलिस व ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ बम बरसाना शुरू कर दिया. दोनों तरफ से करीब 20 मिनट तक फायरिंग होने की बात लोगों ने बतायी है. लोगों ने कहा िक एनएच-104 पर डकैतों ने खड़ा होकर जमकर बम बरसाया और पुलिस व ग्रामीणों को आगे बढ़ने से रोके रखा. इधर, घर के अंदर अन्य डकैत लूटपाट करते रहे. लूटपाट करने के बाद सभी अपराधी आराम से नेपाली क्षेत्र में प्रवेश कर गये.
सूचना पाते ही फुलपरास के एसडीपीओ प्रभात कुमार शर्मा, खुटौना, ललमनिया तथा लौकही पुलिस रात में ही पहुंचकर इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया. अहले सुबह ही टेक्निकल सेल के कर्मी भी पहुंचकर जांच की. डॉग स्क्वायड के सहयोग से सर्च ऑपरेशन चलाया गया. अधिकारी के साथ चल रहे डॉग ने नेपाली सीमा में घुसने की कोशिश की. लेकिन नेपाली इपीएफ के जवानों ने अंदर जाने से रोक दिया और वहां से वे लोग वापस आ गये. एसपी सुशील कुमार ने बताया है कि अपराधियों की जल्द ही गिरफ्तारी हो जायेगी.