बिहार में आदमखोर बाघ गायब! पर जगह-जगह मिल रहे शिकार के मांस के टुकड़े, दहशत में सीतामढ़ी के ग्रामीण
Tiger News Bihar: बिहार के सीतामढ़ी में आदमखोर बाघ से लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं. बाघ लगातार अपना लोकेशन बदल रहा है. वन विभाग बाघ को ढूंढने में लगी है. वहीं बाघ लगातार शिकार कर रहा और मांस के टुकड़े इसका प्रमाण दे रहे हैं.
Tiger News Bihar: बिहार में फिर एकबार आदमखोर बाघ का खौफ है. सीतामढ़ी में पिछले कुछ दिनों से इस बाघ से लोग दहशत में हैं. पिछले पांच दिनों से यह बाघ पुनौरा थाना क्षेत्र में छिपा है लेकिन वन विभाग के कर्मियों को इसका कोई नया पगमार्ग चिन्ह नहीं मिला है. बाघ बेहद चतुराई से लुकाछिपी का खेल खेलता जा रहा है.उधर ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है. बाघ ने अबतक कई जानवरों को अपना निवाला भी बनाया है.
सीतामढ़ी में पिछले दो हफ्ते से आतंक
बाघ का आतंक सीतामढ़ी में पिछले दो हफ्तों से है. यह आदमखोर बाघ छोटे-बड़े जंगली जानवरों को अपना शिकार बना रहा है. वन विभाग की टीम रेस्क्यू में जुटी है. इस दौरान कर्मियों को रास्ते में जानवरों के मांस के टुकड़े मिल रहे हैं. दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि बाघ ने जंगली सुअर को अपना निवाला बनाया और उसी के ये अवशेष हैं.
पिंजरे में मरे हुए जानवर रखे गये, पर बाहर कर रहा शिकार
वन विभाग की टीम परोड़ी से लेकर मुरादपुर तक कुल 7 किलोमीटर के दायरे में बाघ की तलाश कर रही है. रेस्क्यू टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए कई जगहों पर पिंजड़े लगाए हैं. ड्रोन कैमरे की मदद से भी बाघ की खोज चल रही है. पिंजरे में मरे हुए जानवर रखे गये हैं ताकि बाघ उसे खाने की लालच में आए. लेकिन आदमखोर बाघ इस जाल में नहीं फंस रहा और बाहर ही जिंदा जानवर को निवाला बना रहा है.
Also Read: Bihar: गंगा विलास क्रूज आज पहुंचेगा सुल्तानगंज, प्रसिद्ध अजगैवीनाथ मंदिर में पूजा करेंगे विदेशी सैलानी
सरेह में छिपने की आशंका
पिछले पांच दिनों से बाघ के पुनौरा अंतर्गत रामपुर गांव के सरेह में छिपने की आशंका है. वन विभाग के मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और वीटीआर बाल्मिकीनगर से आये रेस्क्यू टीम ने बाघ को खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया. इस क्षेत्र में बाघ ने किसी का शिकार नहीं किया है, ऐसा वन विभाग का दावा है. बताया जा रहा है कि बाघ यहां दो से तीन किलोमीटर के रेडियस में खरबन्नी में छिपा हो सकता है. अब खर काटने की तैयारी चल रही है. ताकि बाघ को ढूंढने में आसानी रहे.