सीतामढ़ी. साइबर थाने की पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर साइबर क्राइम कर लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ाने वाले गिरोह के 10 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से चार लैपटॉप, सात बायोमैट्री मशीन, 613 थम इंप्रेसन, सात मोबाइल फोन, दो प्रिंटर, चार रबड़ स्टांप तथा सीपीयू बरामद किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान सोनबरसा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर मधेसरा वार्ड नंबर आठ निवासी स्व लालबाबू महतो के पुत्र रमेश कुमार, रीगा थाना क्षेत्र के चैनपुरा वार्ड नंबर आठ निवासी लक्ष्मण सिंह के पुत्र मणिभूषण कुमार, बेला थाना क्षेत्र के फुलहट्टा गांव निवासी रामकेवल साह के पुत्र रवि कुमार, बाजपट्टी थाना के बसहा वार्ड नंबर आठ निवासी देवेंद्र यादव के पुत्र सरोज कुमार, पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली थाना के बगरा वार्ड नंबर 20 निवासी स्व नरेंद्र पांडेय के पुत्र रविशंकर पांडेय, सहियारा थाना क्षेत्र के कोदवारा वार्ड नंबर 13 निवासी देवेंद्र राय के पुत्र बबलू राय, मेहसौल ओपी के मेहसौल वार्ड नंबर 28 निवासी स्व मो तौफिक के पुत्र मो उजाले, यूपी के बलिया जिले के हल्दी थाना अंतर्गत पिंडारी गांव निवासी मो नसरुद्दीन के पुत्र मो सिराज, डुमरा थाना के गोपनाथपुर निवासी हकीम नदाफ के पुत्र मो जाकिर तथा बथनाहा थाना के कमलदह गांव निवासी विपिन प्रसाद के पुत्र राहुल कुमार के रुप में की गयी है. एसपी मनोज कुमार तिवारी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जिले के साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु डीएसपी ट्रैफिक सह साइबर थानाध्यक्ष दीपक कुमार के नेतृत्व में अभियान चलाया गया है. इस क्रम में थानाध्यक्ष को पता चला कि रमेश कुमार एवं सरोज कुमार द्वारा समूह लोन फ्रॉड किया जा रहा है. इससे ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न फाइनेंस कंपनियों के एजेंट की मदद से लोन दिलवाया जाता था तथा ग्रामीणों का आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं फिंगर प्रिंट एजेंट इकट्ठा करके उक्त साइबर अपराधियों को दिया जाता था.
— एइपीएस द्वारा ग्रामीणों के खाता से निकाल लेते थे लोन के पैसे
ये साइबर अपराधी प्राप्त फिंगर प्रिंट को प्लास्टिक तथा ग्लू स्टिक से निकाल कर आधार के माध्यम से एइपीएस द्वारा लोन का पैसा ग्रामीणों के खाता से निकाल लेते थे. इसमें फाइनेंस कंपनी के एजेंट्स, मोहर बनाने वाले एवं आधार कार्ड बनाने वाले सभी मिलकर काम करते थे. गिरफ्तार सरोज कुमार पर नगर थाना में पूर्व से कांड अंकित है. छापेमारी टीम में अपर थानाध्यक्ष पुनि वीरेंद्र कुमार सिंह भी सशस्त्र बल के साथ शामिल रहे.