बांध मरम्मत कार्य अधर में, डीएम ने भेजा पत्र
डीएम ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया था निर्देश कार्यपालक अभियंता के स्तर से आदेश अनुपालन प्रतिवेदन नहीं कराया गया उपलब्ध डुमरा : एक ओर जहां बारिश के बाद नदियों की धारायें बौराने लगी है, वहीं इलाके में बाढ़ की आशंका बढ़ गयी है. बावजूद इसके तटबंधों को सुरक्षित रखने के लिए […]
डीएम ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया था निर्देश
कार्यपालक अभियंता के स्तर से आदेश अनुपालन प्रतिवेदन नहीं कराया गया उपलब्ध
डुमरा : एक ओर जहां बारिश के बाद नदियों की धारायें बौराने लगी है, वहीं इलाके में बाढ़ की आशंका बढ़ गयी है. बावजूद इसके तटबंधों को सुरक्षित रखने के लिए क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मती कार्य अधर में है.
जिले में बागमती व अधवारा समूह के नदियों के तटबंधों की सुरक्षा के लिए बागमती प्रमंडल को निर्देश दिया गया था. लेकिन कार्यपालक अभियंता के स्तर से अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम राजीव रौशन ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र भेजकर अभियंता को अपने स्तर से निर्देशित करने को कहा है.
इन क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त है बांध
आपदा प्रबंधन की संपन्न बैठक में चोरौत, सुरसंड, बाजपट्टी, सुप्पी, बेलसंड व परसौनी अंचल के सीओ ने क्षतिग्रस्त बांध के स्थलों से अवगत कराया था. इसको लेकर डीएम ने कार्यपालक अभियंता को एक सप्ताह के अंदर बांध की मरम्मत कर प्रमाण पत्र देने का निर्देश दिया था, जो अब तक अप्राप्त है. बताया गया है कि सुंदरपुर में अधवारा समूह नदी के बांध की मरम्मत की आवश्यकता है. वहीं बाजपट्टी के बंगड़ाहा व मधवापुर में तटबंध, पुपरी के रामपुर पचासी, गंगटी व हरदिया में स्लूईस गेट क्षतिग्रस्त है. सुप्पी के रामपुर कंठ व अख्ता चौक में चार स्थान, अख्ता चौक से बाजपेयी टोला तक तीन स्थान व ढेंग रेलवे लाइन से परसा ग्राम के बीच तीन स्थानों पर रेनकट है. वहीं बेलसंड के चंदौली से सौली के बीच तटबंध पर रेनकट है. जबकि परसौनी के रमनी से भुल्ली के बीच तीन स्थानों पर रेनकट का मामला संबंधित सीओ के स्तर से बताया गया था.