बारिश के बाद नदियां उफनाईं, बढ़ा खतरा
आफत. बैरगनिया का लगातार छठे दिन पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क रहा भंग सीतामढ़ी/डुमरा/बैरगनिया/रून्नीसैदपुर/सुप्पी/बेलसंड : जिले में जारी बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में उफान से उत्पन्न बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जल संसाधन विभाग के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. वहीं अभियंताओं को बांध पर कैंप करने का […]
आफत. बैरगनिया का लगातार छठे दिन पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क रहा भंग
सीतामढ़ी/डुमरा/बैरगनिया/रून्नीसैदपुर/सुप्पी/बेलसंड : जिले में जारी बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में उफान से उत्पन्न बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जल संसाधन विभाग के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है.
वहीं अभियंताओं को बांध पर कैंप करने का निर्देश दिया गया है. डीएम ने सभी अभियंताओं के अवकाश को अगले आदेश तक रद्द कर दिया है. वहीं तटबंधों पर विशेष नजर रखने का आदेश दिया है. साथ हीं वैसे बांध जिन्हें डैंजर इलाका के रूप में चिन्हित किया गया है, वहां कैंप करने का निर्देश दिया है. जबकि एसपी हरि प्रसाथ एस ने सभी पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया है.
इधर, इलाके में जारी बारिश के बाद बागमती नदी की धाराओं में एक बार फिर उफान आ गया है. ढेंग व कटौझा समेत कई इलाकों में बागमती नदी खतरे के निशान से उपर बह रहीं है. जबकि अधवारा समूह की नदी के अलावा लाल बकैया नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. बैरगनिया स्थित लालबकैया नदी में आयी बाढ़ से फुलवरिया घाट स्थित डायवर्सन के बह जाने के बाद लगातार छठे दिन भी बैरगनिया का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग रहा.
उधर, बेलसंड में बागमती नदी के चंदौली घाट पर जल स्तर घटने के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि रोक के बावजूद चंदौली में नावों का परिचालन जारी है. सुप्पी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. यहां बांध पर रेनकट से लोग दहशतजदा है. हालांकि जल संसाधन विभाग की टीम द्वारा लगातार बांध बांध पर नजर बनाये हुए है. वहीं मरम्मत कार्य जारी है. बैरगनिया व सुप्पी में भी रेनकट बड़ी परेशानी बन कर उभरा है.
उधर, रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र स्थित खड़का से कटौझा तक बागमती बांध की स्थिति जर्जर हो गयी है. बांध पर बने दर्जनों बड़े रेन कट से खतरा बढ़ता दिख दिख रहा है. इसी बीच लगातार हो रही वर्षा से बागमती नदी के जलस्तर में उछाल है. बांध के किनारे बसे मानपुर रत्नावली गांव निवासी रामनारायण सिंह के अनुसार नदी के किनारे से बालू काटकर बनाये गये इस बांध को सर्वाधिक खतरा रेन कट से है. वर्षा के कारण रेनकट का आकार बढ़ता ही जा रहा है. जबकी रेनकट के मरम्मत के प्रति बागमती प्रमंडल उदासीन है.
बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर: डुमरा: इलाके में जारी बारिश के बाद लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. बागमती नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान (डेंजर लेबल) से उपर बह रहीं है. जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार बागमती नदी का ढेंग रेलवे पुल के पास डेंजर लेबल 70.10 सेमी से 16 सेमी उपर बह रहीं है.
वहीं कटौझा में जलस्तर खतरे के निशान से 37 सेमी उपर बह रहा है. सोमवार को दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार सोना खान में 68.55 सेमी, जबकी डुब्बाघाट में 60.95 सेमी व चंदौली में 55.90 सेमी जलस्तर रिकॉर्ड किया गया. अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. रविवार को दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार सोनबरसा में झीम नदी का जलस्तर 80.16 सेमी, सुंदरपुर में अधवारा नदी 59.45 सेमी, पुपरी में 56.35 सेमी व गोआवाड़ी में अधवारा नदी का जलस्तर 69.90 सेमी रिकॉर्ड किया गया है.
बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी की तैयारी: डुमरा : बारिश के बाद जिले में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है. बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है. साथ हीं तमाम तैयारियां पूरी की जा चुकी है.
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा पॉलीथीन का 5150 शीट, 250 पीस लाइफ जैकेट, 20 जीपीएस, 2 महाजाल, 200 टेंट, 1 लाइटिंग सिस्टम, 31 गोतारखोर, 10 मोटरवोट, 14 मोटर वोट चालक व 272 खोज एवं बचाव दल की व्यवस्था की जा चुकी है. वहीं विभाग द्वारा जेनेरेटर, पेट्रासेमैक्स, टेंट, सत्तु, नमक चुड़ा आदि की व्यवस्था के लिए निविदा की तैयारी की जा रहीं है.
खाद्यान्न का हुआ भंडारण: डुमरा : बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन ने खाद्यान्न का भंडारण कर लिया है. डीएम के निर्देश पर एसएफसी के 12 गोदामों में अनाज का भंडारण किया गया है. इनमें 34,354.44 एमटी गेहूं व 7240.38 एमटी चावल शामिल है.
लगातार जारी बारिश के बाद इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराया
बागमती नदी तीन स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर
जिला प्रशासन ने पूरी की तैयारी राहत व बचाव का आदेश
एसपी ने पुलिस अधिकारियों को किया अलर्ट
टास्क फोर्स का गठन: डुमरा . डीएम राजीव रौशन ने बताया की इलाके में जारी बारिश के बाद बाढ़ का संकट होने की संभावना है. इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. सभी सीओ व संबंधित अभियंताओं को अलर्ट कर दिया गया है. साथ हीं बाढ़ की स्थिति में राहत व बचाव का आदेश दिया गया है. वहीं जिलास्तर पर एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो राहत व बचाव कार्यों का अनुश्रवण करेगी.